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दार्जिलिंग हिंसा पर सीएम ममता ने की आपात बैठक, GJM पर लगाया पूर्वोत्तर के आतंकियों से सांठगांठ का आरोप

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अनिश्चितकालीन हड़ताल के छठें दिन दार्जिलिंग में स्थिति विस्फोटक हो गई है। स्थिति बिगड़ने के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है।

Updated on: 17 Jun 2017, 07:20 PM

highlights

  • गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अनिश्चितकालीन हड़ताल के छठें दिन दार्जिलिंग में स्थिति विस्फोटक हो गई है
  • स्थिति बिगड़ने के बाद राज्य सरकार ने सेना को बुलाने का फैसला लिया है वहीं मुख्यमंत्री ने राज्य के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है

नई दिल्ली:

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के अनिश्चितकालीन हड़ताल के छठें दिन दार्जिलिंग में स्थिति विस्फोटक हो गई है। यहां बिगड़ रहे हालात के मद्देनज़र राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक बुलाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने आरोप लगाया है कि हिंसा के पीछे साजिश है। साथ ही उन्होंने कहा कि जीजेएम के संबंध पूर्वोत्तर के आतंकियों से रहे हैं। 

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के विधायक के बेटे की गिरफ्तारी और पार्टी के नेता के घर गुरुवार रात हुई तोड़फोड़ के बाद प्रदर्शन हिंसक हो गया है। शनिवार को जीजेएम प्रदर्शनकारियों ओर सुरक्षा कर्मियों के बीच हुई झड़प में एक नागरिक और आईआरबी के असिस्टेंट गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। 

स्थिति बिगड़ने के बाद राज्य के सिंगमारी इलाके में सेना को तैनात कर दिया है। सिंगमारी इलाका जीजेएम समर्थकों और पुलिस के बीच अखाड़ा बना हुआ है।

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन बंद शनिवार को छठे दिन भी जारी है, जिसके चलते उत्तरी पश्चिम बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। जीजेएम की महिला शाखा ने पार्टी के सहायक महासचिव बिनय तमांग के आवास पर हुई छापेमारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दार्जिलिंग के उत्तर में स्थित सिंगमड़ी में रैली निकाली, जिसके बाद व्यापक हिंसा शुरू हो गई।

सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने अलग गोरखालैंड की मांग करते हुए हाथों में तिरंगा थामे 'गोरखालैंड गोरखालैड' के नारे लगाए। महिला कार्यकर्ताओं ने 'पुलिस वापस जाओ' के नारे लगाते हुए पुलिस बेरिकेड को धक्का दिया, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।

बिनय तमांग ने कहा कि पुलिस और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार रात करीब तीन बजे उनके घर में भी उसी प्रकार छापेमारी और तोड़फोड़ की, जिस तरह दो दिन पहले उन्होंने पार्टी प्रमुख बिमल गुरंग के घर पर की थी।

तमांग ने साथ ही दावा किया कि पुलिस ने जीजेएम के विधायक अमर राय के बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है। अमर राय का कहना है कि उनके बेटे का राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है। 

स्थिति बिगड़ने के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के आला अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है।

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, 'प्रदर्शनकारी कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। कोर्ट ने साफ कहा था कि बंद गैरकानूनी है। मुझे नहीं पता कि उन्हें कहां से समर्थन मिल रहा है।'

ममता ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा को निशाने पर लेते हुए कहा, 'पांच साल आपने सत्ता की मलाई काटी और अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो आपने हिंसा शुरु कर दी क्योकिं आप अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं।'

बंगाल पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने कहा, 'जीजेएम समर्थकों ने पुलिस पर गोलीबारी की और उसकी गाड़ी को आग लगा दिया। जीजेएम समर्थकों की तरफ से की गई फायरिंग में एक कार्यकर्ता की मौत हुई है।'

दार्जिलिंग में गोरखा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ कोहराम

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक में दार्जीलिंग देव बोर्ड्स के सदस्य, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर), बंगाल पुलिस के महानिदेशक, मुख्य सचिव और गृह सचिव हिस्सा ले रहे हैं।

जीजेएम समर्थकों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए उन पर बोतलें और पत्थर फेंके, जिसके बाद पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज के साथ आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

जीजेएम ने सरकारी स्कूलों में बांग्ला भाषा को अनिवार्य किए जाने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले के विरोध में पहाड़ी क्षेत्र दार्जिलिंग एवं कालिम्पोंग जिले में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। हालांकि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि नया नियम पहाड़ी जिलों में नहीं लागू किया जाएगा। 

 पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के मीडिया मैनेजर विक्रम रॉय को गिरफ्तार किया है। रॉय को दार्जिलिंग से हिरासत में लिया गया है।

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