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ममता बनर्जी का दावा, राज्यपाल ने किया अपमान, CM पद से इस्तीफा देने की सोच रही थी

राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी पर एक के बाद एक कई सनसनीखेज आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि राज्यपाल ने उन्हें धमकी दी और अपमानित किया।

Updated on: 04 Jul 2017, 09:48 PM

highlights

  • ममता बनर्जी का राज्यपाल पर आरोप, कहा- उन्होंने मुझे धमकी दी और अपमानित किया
  • राज्यपाल ने कहा, हमारी बातचीत में ऐसा कुछ नहीं हुआ जिससे ममता बनर्जी को लगे कि उनकी बेइज्जती हुई
  • राज्यपाल ने नॉर्थ 24 परगना के बादुरिया में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा पर ममता से बात की थी 

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच एक बार फिर टकराव बढ़ सकता है। राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी पर एक के बाद एक कई सनसनीखेज आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि राज्यपाल ने उन्हें धमकी दी और अपमानित किया।

ममता ने कहा कि राज्यपाल बीजेपी के ब्लॉक प्रेसिडेंट की तरह व्यवहार कर रहे हैं। ममता ने कहा कि 'अपमान' के चलते वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने तक की सोचने लगी थीं।

हालांकि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने ममता के आरोपों को खारिज किया है। 

गुस्से में नजर आ रहीं ममता ने पत्रकारों से कहा, 'उन्होंने मुझे धमकी दी..उन्होंने आज (मंगलवार) मेरा अपमान किया है। वह ऐसा नहीं कर सकते। वह एक नामित व्यक्ति हैं। मैंने उनसे कह दिया कि वह मुझसे इस तरह बात नहीं कर सकते। मैं चुनकर आई जनता की प्रतिनिधि हूं।'

ममता ने कहा, 'हम नौकर नहीं हैं। वह एक संवैधानिक पद पर हैं, मैं उनका सम्मान करती हूं। अगर वह मुझसे सम्मान चाहते हैं तो उन्हें भी मेरा सम्मान करना होगा। मैं एक सरकार चलाती हूं। आज (मंगलवार) हुए अपमान के बाद, एक बार मैं इस्तीफा देने के बारे में सोचने लगी थी। इससे पहले मेरा इस तरह अपमान कभी नहीं हुआ।'

ममता ने कहा कि त्रिपाठी ने उनसे दो समुदायों के बीच सोमवार से चल रहे संघर्ष के बारे में बातें कीं।

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ममता ने कहा, 'वह मुझे कानून-व्यवस्था सिखा रहे थे। वह किसी का पक्ष क्यों ले रहे हैं? वह दोनों पक्षों को लेकर नहीं चल सकते? जब भी कोई छोटी-सी भी घटना घटती है, भाजपा कार्यकर्ता उन्हें कागज का एक टुकड़ा थमा देते हैं और वह वही बोलते हैं, जो उन्हें नहीं करना चाहिए।'

दोनों समुदायों के कुछ धार्मिक नेताओं पर पैसों के बदले हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए ममता ने कहा, 'मैं दोनों समुदायों के नेताओं को चेतावनी देती हूं, मेरे धैर्य को मेरी कायरता न समझें। मैं इस गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करूंगी।'

दोनों समुदायों के बीच भड़की हिंसा के लिए फेसबुक पोस्ट को जिम्मेदार ठहराते हुए ममता ने कहा कि पुलिस ने सजगता दिखाते हुए फेसबुक पर वह पोस्ट लगाने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन दूसरे समुदाय के लोग इसके बाद सड़क जाम करने लगे, पुलिस पर हमले किए और पुलिस वाहन को आग लगा दी।

भड़की हुई ममता ने कहा, 'मैं फिर से राज्यपाल से कहती हूं कि मेरे साथ इस तरह का व्यवहार न करें।'

ममता के आरोप के बाद राजभवन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'हमारी बातचीत में ऐसा कुछ नहीं हुआ जिससे ममता बनर्जी को लगे कि उनकी बेइज्जती हुई, उन्हें धमकाया गया या उन्हें अपमानित किया गया।'

राज्यपाल ने कहा कि राज्य के मामलों को लेकर वह मूक दर्शक बने नहीं रह सकते।

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