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पाकिस्तान नहीं आ रहा बाज, अब करतारपुर कॉरिडोर बातचीत की आड़ में कर दिया खेल

पाकिस्तान ने भारत के दवाब के चलते सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) से एक खालिस्तान समर्थक को हटा दिया था

Updated on: 14 Jul 2019, 11:26 AM

नई दिल्ली:

करतारपुर कॉरिडोर से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए रविवार को पाकिस्तान और भारतीय प्रतिनिधिमंडल के बीच आज यानी रविवार को वाघा बॉर्डर पर मुलाकात होने वाली है. इसके लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल अटारी बॉर्डर पहुंत चुका है, पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैजल कर रहे हैं. इस बैठक से पहले पाकिस्तान ने एक और चालाकी है. दरअसल पाकिस्तान ने भारत के दवाब के चलते सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) से एक खालिस्तान समर्थक को हटा दिया था. लेकिन अब उसकी जगह पाकिस्तान ने दूसरे खालिस्तानी समर्थक को कमेटी में जगह दे दी है.

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जिस खालिस्तानी समर्थक को पीएसजीपीसी से हटा दिया गया था उनका नाम है गोपाल सिंह चावला जो 26/11 हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से अपने करीबी रिश्ते बता चुके हैं.  वहीं पिछले साल भारतीय अधिकारियों को भारतीय सिख तिर्थ यात्रियों से मिलने के लिए लाहौर के गुरुद्वारे में जान से रोकने के पीछे भी चावला का नाम सामने आया था. इस घटना का भारत में काफी विरोध हुआ था. इसके अलावा अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेडज हमले में भी चावला का नाम सामने आ चुका है.

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कौन है नया सदस्य?

पीएसजीपीसी में सामिल होने वाले नए सदस्य का नाम अमीर सिंह बताया जा रहा है. वो खालिस्तानी नेता बिशव सिंह के भाई हैं. खबरों की मानें तो अमीर सिंह भी पाकिस्तान में सिख अलगाववादी आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक हैं.

किन मुद्दों पर होगी चर्चा?

खबरों के मुताबिक भारत और पाकिस्तान प्रतिनिधिनमंडल के बीच होने वाली इस बैठक में भारत सुरक्षा से जुड़े मुद्दे उठा सकता है. वहीं इस बैठक में करतारपुर गलियारे के स्वरूप और तकनीकि मुद्दों पर भी बातचीत हो सकती है. इसके अलावा बैठक में यात्रा के जरूरी दस्तावेज और श्रद्धालुओं की संख्या पर भी बातचीत होगी.

इस बाचतीच से पहले पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे  डॉ. मोहम्मद फैजल का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर को संचालित करने के लिए uc पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. गुरुद्वारा का निर्माण कार्य 70 फीसदी से ज्यादा पूरा हो गया है. हमें उम्मीद है कि आज भारत के साथ हमारी सार्थक बातचीत होगी.'

बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब को गुरदासपुर जिला स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ेगा. इसके साथ ही भारतीय सिख श्रद्धालु बिना वीजा के भी इस तीर्थस्थल पर आसानी से आ सकेंगे. करतारपुर साहिब को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने वर्ष 1522 में स्थापित किया था.