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Viral Video: मेरठ में हिंसा के कई बाद उपद्रवियों के वीडियो वायरल

जुमे की नमाज के बाद उपद्रवी एकदम से सड़क पर आ गए थे, जिसके बाद मेरठ में हिंसा भड़क गई थी. लाखों की सरकारी संपत्ति का नुकसान कर दिया गया था.

Updated on: 27 Dec 2019, 01:45 PM

highlights

  • नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा भड़कने के बाद अब उपद्रवियों के वीडियो वायरल हो रहे हैं.
  • मेरठ में हिंसाग्रस्त जगहों पर चौराहे पर लगे सीसीटीवी में उपद्रवियों की करतूत कैमरे में कैद हो गई है.
  • उपद्रवी हिंसा के दौरान इस कदर आक्रोशित थे कि उन्होंने पुलिस पर सीधे फायरिंग की.

मेरठ:

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) में बीते दिनों नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध में हिंसा (Delhi Violence) भड़कने के बाद अब उपद्रवियों के वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहे हैं. हिंसाग्रस्त जगहों पर चौराहे पर लगे सीसीटीवी में उपद्रवियों की करतूत कैमरे में कैद हो गई है. उपद्रवी हिंसा के दौरान इस कदर आक्रोशित थे कि उन्होंने पुलिस पर सीधे फायरिंग की.

जुमे की नमाज के बाद उपद्रवी एकदम से सड़क पर आ गए थे, जिसके बाद मेरठ में हिंसा भड़क गई थी. लाखों की सरकारी संपत्ति का नुकसान कर दिया गया था.

अब हिंसा से जुड़े वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि इन्हीं उपद्रवियों की गोली से इन लोगों की मौत हुई है. फिलहाल मेरठ पुलिस ने इन वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर आरोपियों की पहचान करने में जुटी है.

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इस बीच पुलिस को पता चला कि हिंसा भड़काने में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीआई) का हाथ है. मेरठ के थाना नौचंदी पुलिस ने गुरुवार को एसडीआई के प्रदेश अध्यक्ष नूर हसन और उनके ड्राइवर मुईद हाशमी को गिरफ्तार किया. उनके पास से भड़काऊ और आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है.

मेरठ सहित आसपास के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज होगी. खुफिया तंत्र ने फिर से उपद्रव के अंदेशे का इनपुट दिया है. ऐसे में पुलिस प्रशासन को अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा. सहारनपुर, बिजनौर व शामली में इंटरनेट सेवाएं अगले आदेश तक बंद की जा चुकी हैं. वहीं मेरठ प्रशासन ने भी गुरुवार शाम के बाद से जिले में इंटरनेट बंद करने का निर्णय लिया है.

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आरएएफ और पीएसी की तीन-तीन कंपनियों के अलावा 2000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. वहीं, पहली योजना शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों की है. यदि योजना विफल रहती है तो उपद्रवियों से उनके ही तरीके से निपटा जाएगा.

सीएए के खिलाफ 20 दिसंबर को लिसाड़ी गेट व हापुड़ रोड पर उपद्रवियों ने जमकर पथराव, आगजनी और फायरिंग की थी. कई जगह भीड़ हिंसा पर उतारू थी. इस उपद्रव में कई लोगों की मौत हुई थी और काफी संख्या में लोग घायल हुए थे.