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एक ऐसी सुपरमॉम जिसने अपना दूध दान कर किया ये बड़ा काम, जानकर 'मां' शब्द से और हो जाएगी मोहब्बत

गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाली महिला जिसका नाम रुशिना और पेशे से टीचर हैं. उन्होंने 12 लीटर दूध दान करके बच्चों की जिंदगी बचाई. ये नवजात बच्चे ICU में थे.

Updated on: 28 Dec 2019, 04:39 PM

नई दिल्ली:

कहते हैं मां का दूध अमृत होता है. बच्चों की पूरी जिंदगी की सुरक्षा मां का दूध करता है. इसलिए हर नवजात बच्चों को मां का दूध मिलना चाहिए. लेकिन किसी परिस्थिति में नवजात को दूध नहीं मिलता है. मसलन बच्चे के जन्म के बाद मां का गुजर जाना. बच्चे के पैदा होने के बाद भी मां के भीतर दूध का नहीं बनना. फिर सवाल यह है कि नवजात को मां का दूध कैसे मिलेगा. इस सवाल का जवाब दिया है गुजरात की एक मां ने जिसने अपना दूध दान कर 5 नवजात बच्चों की जान बचाई.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गुजरात के अहमदाबाद में रहने वाली महिला जिसका नाम रुशिना और पेशे से टीचर हैं. उन्होंने 12 लीटर दूध दान करके बच्चों की जिंदगी बचाई. ये नवजात बच्चे ICU में थे. उनकी हालत बेहद ही गंभीर थी. इन बच्चों को बचाने के लिए मां की दूध की बेहद जरूरत थी. जिसके बाद रुशिना ने अपने स्तन से निकाल कर 12 लीटर दूध दान किया.

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रुशिना 20 सितंबर 2019 के दिन मां बनी थी. तब उन्हें ख्याल आया था ना जाने कितनी ऐसी माएं होंगी जो अपने नवजात बच्चों को दूध नहीं पिला पाती होंगी. इसके बाद ही उन्होंने अपना दूध दान करने की ठानी थी.

रुशिना ने दूध दान करने की इच्छा अपने परिवारवालों से शेयर की. घरवाले भी उसके साथ खड़े नजर आए. फिर उनका संपर्क डॉक्टर आशीष मेहता से हुआ. उन्होंने हाल फिलहाल ही एक मिल्क बैंक का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था. इसमें रुशिना ने हिस्सा लिया.

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आशीष की मानें तो कई माएं अपने बच्चों को दूध नहीं पिला पाती है. कभी कमजोरी की वजह से तो कभी मेडिकल रिजन से. जिसकी वजह से बच्चों का ग्रोथ रुक जाता है. ऐसे में रुशिना सामने आईं. उन्होंने अभी तक 5 नवजात बच्चों की जान बचाई है. अब कई और मां सामने आई है जो बच्चों के लिए अपना दूध दान करना चाहती हैं.