logo-image

Lok Sabha Election 2019 : रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा के बारे में एक नजर

दीपेंद्र हुड्डा रोहतक लोकसभा सीट से लगातार तीन बार सांसद चुने गए हैं, 2014 में भाजपा के उम्मीदवार को भारी मतों से हराया था

Updated on: 12 Mar 2019, 02:48 PM

नई दिल्ली:

दीपेंद्र सिंह हुड्डा का जन्म 4 जनवरी 1978 को हुआ था. रोहतक लोकसभा सीट से लगातार तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं. वह अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी नेता हैं. उनके पिता का नाम भूपिंदर सिंह हुड्डा है. वे हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. उनके दादा का नाम रणबीर सिंह हुड्डा है. वह इस लोकसभा सीट से 1952 और 1957 में सांसद निर्वाचित हुए थे. उनके पिता भूपिंद्र सिंह हुड्डा 1991, 1996, 1998 और 2004 में सांसद चुने गए थे. यहां सबसे पहली बार 1952 में चुनाव हुआ था. यहां अभी तक 17 बार चुनाव हुए हैं. जिसमें कांग्रेस ने 11 बार जीत दर्ज की है. वहीं गैर कांग्रेस ने 6 बार जीत हासिल की है.

ये भी पढ़ें - Lok Sabah Election 2019 : आइए जानते हैं हुड्डा के गढ़ रोहतक संसदीय क्षेत्र के बारे में

दीपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक लोकसभा सीट से लगातार तीन बार सांसद चुने गए हैं. जब वह पहली बार चुनाव जीते थे तो वह 27 वर्ष के थे. 2014 के मोदी लहर में भी उसे भाजपा उखाड़ नहीं पाई. यह क्षेत्र जाट बहुल है. यहां जाट मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. दीपेंद्र हुड्डा इंजीनियर हैं. उन्होंने एम.बी.ए बिरला इंस्टीट्यूट से पास की है. उन्होंने बिजनस की पढ़ाई कैली स्कूल ऑफ बिजनस इंडियाना यूनिवर्सिटी ब्लूमिंगटन यू.एस.ए से प्राप्त की है. उनकी माता का नाम श्रीमती आशा हुड्डा है. उनकी पत्नी का नाम श्रीमती श्वेता हुड्डा है.

ये भी पढ़ें - राजस्थान : बारां की TRAFFIC POLICE की अनोखी कार्यशैली से लोगों में आई यातायात की जागरूकता

रोहतक की स्थापना राजा रोहतास ने की था. 1952 से लेकर 2014 तक 17 बार लोकसभा चुनाव हुए हैं. जिसमें 11 बार कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है. वहीं गैर कांग्रेसी ने भी 6 बार जीत का मुंह देखा है. यहां से ज्यादातर सासंद जाट समुदाय के बने हैं. यह क्षेत्र जाट बहुल हैं. यहां ज्यादातर वोटर्स जाट हैं. 2005, 2009 और 2014 में लगातार तीन बार दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने जीत हासिल की है. 2014 के लोकसभा चुनाव में 15 लाख 67 हजार 5 सौ 4 लोगों ने वोट किया था. जिसमें 8 लाख 50 हजार 1 सौ 25 पुरुष और 7 लाख 17 हजार 3 सौ 79 महिलाओं ने मत का प्रयोग किया था.