Updated : 05 November 2018, 09:25 PM
दिल्ली-एनसीआर में सांसों पर मानों आपातकाल लग चुका है. एयर क्वालिटी बेहद खराब है, हालात बेकाबू हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक्शन प्लान लागू किया जा चुका है. कंस्ट्रक्शन पर रोक है. बिगड़ते हालात की वजह पराली को भी बताया जा रहा है, जिसके जलाने पर अदालत ने तो रोक लगाई है. लेकिन जलना जारी है. सरकारी जुर्माने और सरकारी मदद के दावे मानों बेमानी हैं. क्या देश की राजधानी दिल्ली गैस चैम्बर ही बनी रहेगी? क्या समय रहते जागने से स्थितियां सुधर सकती थीं? हालात के लिए जिम्मेदार कौन? और जबावदेही अगर तय नहीं हुई तो आने वाले सालों में तस्वीर कैसी होगी? देखिए इसी मुद्दे को लेकर देश का सबसे बड़ा डिबेट शो 'इंडिया बोले'.