Updated : 21 November 2019, 11:05 AM
एमपी के बरहानपुर के एक गांव में स्कूल का होना केवल कागजी पत्रों पर है. नाम के लिए गांव में स्कूल तो है लेकिन उसमें भी दो अतिथि शिक्षक और 2 चार बच्चें. मजबूरन बच्चों को जानवरों को बांधने वाले छप्पर के नीचे पढ़ाया जा रहा है. स्कूल के शिक्षक कई बार गांव में सरकार से स्कूल बनावाने की मांग कर चुके है.