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शशिकला Vs पन्नीरसेल्वम: सीएम ने जयललिता के आवास पोएस गार्डन को मेमोरियल बनाने का लिया फैसला

जयललिता के वफादार पन्नीरसेल्वम उनकी सहानुभूति लेने से भी नहीं चूक रहे। कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने जयललिता के आवास 'पोएस गार्डन' को स्मारक स्थल बनाने का फैसला किया है।

Updated on: 09 Feb 2017, 06:43 PM

highlights

  • पन्नीरसेल्वम ने कहा, जयललिता का आवास स्मारक के रूप में तब्दील किया जाएगा
  • पोएस गार्डन में AIADMK महासचिव वीके शशिकला नटराजन रह रही हैं
  • पन्नीरसेल्वम पहले कह चुके हैं जयललिता की मौत की होगी जांच

नई दिल्ली:

तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में राजनीतिक गहमा-गहमी बढ़ चुकी है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने राज्यपाल से सी विद्यासागर राव से मुलाकात की। अब गेंद राज्यपाल के पाले में है। वहीं जयललिता के वफादार पन्नीरसेल्वम उनकी सहानुभूति लेने से भी नहीं चूक रहे हैं।

कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने जयललिता के आवास 'पोएस गार्डन' को स्मारक स्थल बनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'जयललिता का आवास पोएस गार्डन स्मारक के रूप में तब्दील किया जाएगा।' पोएस गार्डन में फिलहाल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) महासचिव वीके शशिकला नटराजन रह रही हैं।

शशिकला पर आरोप लगाते हुए मंगलवार को पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि उनपर सीएम पद से इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला गया था। उन्होंने बुधवार को कहा था कि वह जयललिता की मौत की जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि जयललिता की मौत की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के नेतृत्व में जांच आयोग का गठन किया जाएगा।

जयललिता की मौत 5 दिसंबर 2016 को हुई थी। उसी रात आनन-फानन में पन्नीरसेल्वम को सीएम पद की शपथ दिलायी गई थी।

पिछले दिनों AIADMK में उस समय विवाद शुरू हो गया था। जब शशिकला ने मुख्यमंत्री बनने का फैसला किया और विधायक दल का नेता चुना गया। इस बैठक में पन्नीरसेल्वम भी मौजूद थे।

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बैठक के एक दिन बाद पन्नीरसेल्वम ने जयललिता के समाधि स्थल पर जाकर करीब 45 मिनट तक मौन रखा। जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने इसके लिए शशिकला और पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं पर आरोप लगाए और उन्हें 'अवसरवादी' करार दिया।

आपको बता दें की पन्नीरसेल्वम राज्यपाल को इस्तीफा सौंप चुके हैं। जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। जबतक राज्यपाल किसी को मुख्यमंत्री की शपथ नहीं दिला देते हैं तब तक पन्नीरसेल्वम ही कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहेंगे। हालांकि राज्यपाल के फैसले का इंतजार है।

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