logo-image

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- तीन तलाक गंभीर मुद्दा, 5 जजों की संवैधानिक पीठ करेगी सुनवाई

तीन तलाक मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने बताया गंभीर मामला, 5 जजों की संवैधानिक पीठ करेगी सुनवाई।

Updated on: 16 Feb 2017, 11:08 PM

नई दिल्ली:

तीन तलाक मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यह एक गंभीर मामला है और इसकी सुनवाई 5 जजों की संवैधानिक पीठ मई महीने में करेगी। कोर्ट ने इस मामले पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसे टाला नहीं जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मुद्दे से जुड़े सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा।

इस मामले में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार समेत कई पक्षों ने मुद्दे से जुड़े प्रश्न सुप्रीम कोर्ट के सामने रखे हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सभी संबंधित पक्षों को कहा है कि वो अपने प्रश्न लिखित भाषा में 30 मार्च तक अटॉर्नी जनरल के पास जमा करा दें।

मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर ने साफ किया कि तीन तलाक के मुद्दे पर सिर्फ कानूनी पहलुओं पर ही सुनवाई होगी और अदालत सभी पक्षों की बात ध्यान से सुनेगी। इस मामले पर 11 मई से गर्मियों की छुट्टियों के दौरान कोर्ट सुनवाई शुरू करेगा। वहीं, 30 मार्च को अदालत तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह प्रथा के संबंध में विचार के लिए मुद्दे तय करेगी।

और पढ़ें: लालू यादव का PM मोदी पर तंज, कहा- पंजाब में खून का बेटा, यूपी में दत्तक पुत्र, वाह!

वहीं, सुप्रीम कोर्ट के सामने केंद्र सरकार के प्रश्नों के जवाब में कोर्ट ने कहा कि क्योंकि सरकार के प्रश्न संविधान मामलों से जुड़े हैं ऐसे में संवैधानिक पीठ को ही इनकी सुनवाई करनी चाहिए। पीठ ने कहा कि इस मसले पर सुनवाई के लिए कोर्ट शनिवार और रविवार को भी बैठने के लिए तैयार है क्योंकि यह बहुत ही महत्वपूर्ण मामला है।

वहीं कोर्ट की सुनवाई के बाद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी बयान दिया है और कहा है कि, 'यह संविधान से जुड़ा मामला है। हम आस्था की कद्र करते हैं, पर ऐसी प्रथाएं आस्था नहीं हो सकतीं। पहले ही तीन तलाक को 20 मुस्लिम देशों में प्रतिबंधित किया जा चुका है।'

विधानसभा चुनावों की ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें