logo-image

एयर पल्यूशन से दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें भारत और चीन में

वायु प्रदूषण से दुनिया में होने वाली कुल मौतों में से आधी से ज्यादा भारत और चीन में होती है।

Updated on: 16 Feb 2017, 11:42 AM

highlights

  • वायु प्रदूषण से दुनिया में होने वाली कुल मौतों में से आधी से ज्यादा भारत और चीन में होती है
  • पोर्ट के मुताबिक वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों के मामले में भारत लगभग चीन के करीब पहुंच चुका है

New Delhi:

वायु प्रदूषण से दुनिया में होने वाली कुल मौतों में से आधी से ज्यादा भारत और चीन में होती है।

‘स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर 2017’ की रिपोर्ट के मुताबिक वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों के मामले में भारत लगभग चीन के करीब पहुंच चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत समेत दस सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों, यूरोपीय संघ और बांग्लादेश में पीएम 2.5 का स्तर सर्वाधिक है। पीएम 2.5 वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार होता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में ओजोन के कारण होने वाली मौतों में करीब 60 फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि भारत में यह आंकड़ा 67 फीसदी को पार कर गया है।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैलुएशन (आईएचएमई) और ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के सहयोग से हेल्थ एफेक्ट इंस्टीट्यूट ने यह रिपोर्ट तैयार की है।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘2015 में पीएम 2.5 के कारण 42 लाख लोगों की मौत हुई और इसके कारण हुई मौतों में से करीब 52 फीसदी मौतें भारत और चीन में हुईं।’ पिछले साल जर्मनी में हुए एक रिसर्च में कहा गया था कि ‘अगर हवा को साफ करने के लिए कुछ किया नहीं गया तो 2050 तक दुनिया भर में सालाना 60 लाख से ज्यादा लोगों की मौत वायु प्रदूषण की वजह से हो सकती है।’

रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में हर साल 30 लाख से ज्यादा लोगों की वायु प्रदूषण से मौत होती है और इनमें सबसे ज्यादा मौतें एशिया में होती हैं।