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नोटबंदी पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को घेरा, कहा प्रधानमंत्री का 'शुद्धि यज्ञ' अनियंत्रित जंगल की आग जैसा

उन्होंने 50 दिनों बाद जो कहा वह मिनी बजट भाषण जैसा था, जो उन्मादी राष्ट्रवाद में लिपटा हुआ था।

Updated on: 01 Jan 2017, 10:45 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने रविवार को कहा कि नोटबंदी के जिस कदम को प्रधानमंत्री 'शुद्धि यज्ञ' कहते हैं, वह दरअसल 'एक अनियंत्रित जंगल की आग' थी जिसने 100 से ज्यादा लोगों की जिंदगियां खत्म कर दीं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने संवाददाताओं से कहा, '50 दिनों की तथाकथित शुद्धि यज्ञ एक अनियंत्रित जंगल की आग से कम नहीं जिसने 118 जिंदगियों को देश भर में लील लिया और इसने अर्थव्यवस्था को औपचारिक तौर पर 40 फीसद पंगु बना दिया।'

उन्होंने कहा कि 500 और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य करने का फैसला पूरी तरह से असफल रहा है, 'क्योंकि लगभग पूरा काला धन सफेद में बदला जा चुका है।'

चव्हाण ने कहा, 'सरकार नोटबंदी के आंकड़े क्यों नहीं दे रही है, जैसे कि कितना रुपया वापस आया। उन्होंने 50 दिनों बाद जो कहा वह मिनी बजट भाषण जैसा था, जो उन्मादी राष्ट्रवाद में लिपटा हुआ था।'

मोदी के नव वर्ष की संध्या पर दिए गए भाषण में कमियां गिनाते हुए चव्हाण ने कहा कि गर्भवती महिला के लिए मोदी की रियायत घोषणा पहले ही, नवंबर 2010 में संप्रग सरकार के समय एक पॉयलट परियोजना के रूप में शुरू की गई थी। इसकी शुरुआती रकम 4,000 रुपये थी जिसे 2013 में बढ़ाकर 6,000 रुपये किया गया।

चव्हाण ने कहा, 'लोगों को डर है कि प्रधानमंत्री दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक शुरू करेंगे और आगे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में कठिन कदमों की घोषणा करेंगे।'