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रोज वैली स्कैम: CBI ने सांसद तपस पॉल को किया गिरफ्तार, TMC ने बताया राजनीतिक बदले की कार्रवाई

चर्चित रोज वैली चिटफंड स्कैम मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्योरो (सीबीआई) ने टीएमसी सांसद तपस पॉल को गिरफ्तार किया है।

Updated on: 30 Dec 2016, 06:10 PM

highlights

  • रोजवेली चिट फंड स्कैम मामले में टीएमसी सांसद तपस पॉल गिरफ्तार
  • टीएमसी ने गिरफ्तारी को बताया राजनीतिक बदले की कार्रवाई
  • ममता ने कहा, बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो और रूपा गांगुली भी रोज वैली से जुड़े रहे हैं

नई दिल्ली:

चर्चित रोज वैली चिटफंड स्कैम मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्योरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को टीएमसी सांसद तपस पॉल को गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले से पॉल को गिरफ्तार किया है। 

इससे पहले सीबीआई ने टीएमसी सांसद को पूछताछ के लिए तलब किया था और 30 दिसंबर को सीबीआई के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। जांच एजेंसी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को भी पूछताछ के लिए बुलाया था।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पॉल की गिरफ्तारी को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा, 'राजनीतिकक बदले की कार्रवाई का यह सबसे निचला स्तर है। अगर सभी सांसदों को भी गिरफ्तार कर लिया गया तो हमें यह आश्चर्य नहीं लगेगा।'

उन्होंने कहा, 'बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो और रूपा गांगुली भी रोज वैली से जुड़े रहे हैं।' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, 'बीजेपी पर्ल ग्रुप चिटफंड से जुड़ी हुई है।'

टीएमसी प्रवक्ता और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्विट कर कहा, 'जो लोग नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं या इस मूवमेंट में साथ हैं। उनके खिलाफ राजनीतिक बदले की कार्रवाई की जा रही है। हम लड़ाई जारी रखेंगे।'

डेरेक ने ट्वीट कर कहा, 'उस बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री के बारे में क्या करने जा रहे हैं जिसने रोज वैली के लिए परफॉर्म किया था और उससे जुड़ा हुआ था? क्या आप आज रात या कल गिरफ्तार कर रहे हैं?'

करोड़ों के रोज वैली चिटफंड स्कैम में तपस पॉल का नाम आया था। जिसके खिलाफ सीबीआई जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रोज वैली चिट फंड घोटाला मामले में मनी लॉड्रिंग के आरोपों की जांच करते हुए 1,250 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी जिसमें आठ होटल और एक रॉल्स रॉयस कार शामिल थी। 

रोज वैली चिट फंड घोटाले में आरोप है कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा के हजारों लोगों ने से कथित तौर धोखाधड़ी कर बड़ी मात्रा में रुपयों का गबन किया गया है।

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