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डोनाल्ड ट्रंप ने ओबामाकेयर पर चलाया चाबुक, अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के तत्काल बाद लिया फैसला

इसके साथ ही ट्रंप ने पहले ही दिन संदेश दे दिया कि ओबामाकेयर जल्द ही खत्म किया जाएगा। इसके तहत 2 करोड़ अमेरिकी लोग हेल्थ बीमा की सेवा उठा रहे थे।

Updated on: 21 Jan 2017, 08:49 AM

highlights

  • अपनी चुनावी रैलियों में ओबामाकेयर की आलोचन करते रहे थे डोनाल्ड ट्रंप
  • ओबामाकेयर को लेकर रिपब्लिकन पार्टी उठा चुकी है कई सवाल, जल्द की खत्म हो सकता है कानून

नई दिल्ली:

अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के कुछ ही घंटो बाद डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार रात 'ओबामाकेयर' पर कैंची चलाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए एक महत्वपूर्ण फाइल पर हस्ताक्षर किया।

ट्रंप चुनावी रैलियों से ओबामाकेयर की आलोचना करते आए हैं। शपथ ग्रहण के तत्काल बाद ट्रंप ओवल ऑफिस गए और कार्यभार संभाल लिया। बतौर राष्ट्रपति ट्रंप के इस नए आदेश के तहत उनकी सरकार ओबामाकेयर नहीं बल्कि 'आम लोगों द्वारा वहन करने योग्य हेल्थ केयर एक्ट' को लागू करने के पक्ष में है।

इस आदेश में यह कहा गया है कि उनकी सरकार ओबामाकेयर कानून को हटाने की दिशा में काम करेगी। ट्रंप के फाइल पर हस्ताक्षर करने के साथ ही व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ रिंस प्रिबस ने एक मेमो भी तत्काल सभी सरकारी एजेंसी और विभागों को भेज दिया जिसमें कहा गया है कि इस पर फिलहाल रोक रखी जाए।

इसके साथ ही ट्रंप ने पहले ही दिन संदेश दे दिया कि ओबामाकेयर जल्द ही खत्म किया जाएगा। इसके तहत 2 करोड़ अमेरिकी लोग हेल्थ बीमा की सेवा उठा रहे थे। ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वह अमेरिका के लोगों को ओबामा केयर से भी अच्छी सुविधा मुहैया कराएंगे।

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गौरतलब है कि 2009 में जब बराक ओबामा दूसरी बार सत्ता में आए थे तो इस हेल्थ बीमा कार्यक्रम को लागू उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता में से एक था।

क्या है ओबामाकेयर-

इस कानून का उद्देश्य करीब उन 15 फीसदी अमेरिकी लोगों को हेल्थ बीमा उपलब्ध कराना है जिनके पास ऐसे किसी हेल्थ बीमा की सुविधा मौजूद नहीं है।

इस कानून का आधिकारिक नाम पेशेंट प्रोटेक्शन एंड अर्फोडेबल केयर एक्ट है। हालांकि, इसके आलोचकों और रिपब्लिकन पार्टी का मानना है कि ओबामाकेयर से स्वास्थय कंपनियों के साथ नौकरी देने वाली सरकारी और निजी कंपनियां के लिए अमेरिका में व्यापार करने की लागत में बढ़ोतरी हुई है।

इसे कई आलोचक 'जॉब किलर' का नाम दे चुके हैं। इस कानून को 2010 में लागू किया था। आलोचना के बाद मामला कोर्ट में पहुंचा और 2012 में अमेरिकी की सुप्रीम कोर्ट ने इसे संवैधानिक करार दिया।

ओबामाकेयर के साथ और कहां चलेगा ट्रंप का 'अमेरिकी चाबुक'...

ओबामाकेयर खत्म करने की दिशा के साथ-साथ ट्रंप ने अपने ट्वीट के जरिए भी यह साफ किया वह किस दिशा में काम करने जा रहे हैं। ट्रंप की ओर से एक के बाद हुए ट्वीट में कहा गया, 'अब अमेरिका में अमेरिकी लोगों का महत्व भूलाया नहीं जाएगा। इस लम्हे से अब केवल 'अमेरिका फर्स्ट'।

साथ ही ट्रंप ने ट्वीट किया, 'हम अपनी नौकरी वापस लाएंगे, अपनी सीमा वापस हासिल करेंगे। हम अपना पैसा और अपने सपने भी वापस हासिल करेंगे।'

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