logo-image

बैंक आपको सस्ता होम लोन तभी देगा, जब आप उधार चुकाने में समर्थ होंगे, क्रेडिट रेटिंग तय करेगी आपकी ईएमआई

अब होम लोन की ईएमआई आपके क्रेडिट स्कोर से तय होगी। बैंक अभी तक आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर कर्ज देने या नहीं देने का फैसला करते थे लेकिन अब यह अब आपके ईएमआई को भी तय करेगी।

Updated on: 11 Jan 2017, 07:31 PM

highlights

  • बेहतर सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को अब होम लोने की कम ईएमआई चुकानी होगी
  • अभी तक सिबिल स्कोर के आधार बैंक ग्राहकों को कर्ज देने या नहीं देने का फैसला करते थे
  • हालांकि अब बैंक ऑफ बड़ौदा ने बेहतर सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को सबसे सस्ता होम लोन देने का फैसला लिया है

New Delhi:

अब होम लोन की ईएमआई आपके क्रेडिट स्कोर से तय होगी। बैंक अभी तक आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर कर्ज देने या नहीं देने का फैसला करते थे लेकिन अब यह अब आपके ईएमआई को भी तय करेगी।

बैंकों ने बेहतर सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को कम ईएमआई पर कर्ज देने का फैसला किया है वहीं खराब या अपेक्षाकृत कम बेहतर सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को होम लोन के लिए ज्यादा ईएमआई चुकानी होगी।

नोटबंदी के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने होम लोन में 70 आधार अंकों की कटौती करते हुए इसे सबसे सस्ता कर दिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा सबसे कम दर पर होम लोने की पेशकश कर रहा है लेकिन बैंक की तरफ से इस सुविधा का लाभ केवल चुनिंदा ग्राहकों को ही मिलेगा। बैंक ने केवल उन ग्राहकों को सबसे कम दर पर हमो लोन देने का फैसला किया है जिनका क्रेडिट स्कोर 760 अंक से ज्यादा होगा।

760 से अधिक अंक वाले ग्राहकों को बैंक ऑफ बड़ौदा 8.35 फीसदी की दर से होम लोन देगा। वहां 725 से 759 तक के क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को 8.85 फीसदी जबकि 724 से कम स्कोर वाले ग्राहकों को 9.35 फीसदी की दर से ब्याज का भुगतान करना होगा।

वहीं जो उपभोक्ता पहली बार कर्ज ले रहे हैं उन्हें बैंक 8.85 फीसदी की दर पर लोन देगा। नई व्यवस्था में कोई लोन की रकम और लोन चुकाने की अवधि का भी ब्याज दरों से कोई लेना-देना नहीं होगा। बैंक ऑफ बड़ौदा के अलावा बैंक ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई क्रमशः 8.65 फीसदी और 8.70 फीसदी पर होम लोन दे रहे हैं।

क्या होता है सिबिल स्कोर?

किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर इस बात से तय होता है कि उसके लोन चुकाने की क्षमता कैसी है।  मसलन अगर आपने पहले से कोई लोन ले रखा है और समय पर उसकी ईएमआई का भुगतान कर रहे हैं तो आपका सिबिल स्कोर बढ़िया होता है। सभी बैंक ग्राहकों के लोन और उसके पेमेंट या डिफॉल्ट की जानकारी क्रेडिट इनफॉर्मेशन ब्यूरो को मुहैया कराते हैं, जिसके बाद क्रेडिट स्कोर तैयार किया जाता है।