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टाटा संस के निदेशक पद से हटे मिस्त्री, शेयरहोल्डर्स ने बहुमत से लिया फैसला

टाटा संस लिमिटेड की शेयरधारकों की बैठक में सायरस मिस्त्री को कंपनी के निदेशक पद से हटाने के प्रस्ताव पर लगी मुहर। अब कंपनी के निदेशक पद से भी हटे सायरस मिस्त्री।

Updated on: 06 Feb 2017, 06:49 PM

नई दिल्ली:

सायरस मिस्त्री को एक और बड़ा झटका लगा है। सोमवार को हुई टाटा संस लिमिटेड की शेयरधारकों की हुई बैठक में साइरस मिस्त्री को कंपनी के निदेशक पद से हटा दिया गया। यह फैसला कंपनी के शेयर धारकों ने बहुमत से प्रस्ताव पारित कर लिया। 

बता दें कि पिछले साल सितंबर में अचानक बड़ा फैसला लेते हुए सायरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमेन के पद से हटा दिया गया था और खुद रतन टाटा ने कंपनी की कमान अपने हाथ में लेते हुए अंतरिम चेयरमेन की कुर्सी संभाल ली थी।

इसके बाद रतन टाटा 4 महीने के लिए कंपनी के अंतरिम चेयमेन बने और 4 महीने के अंदर कंपनी के लिए नया चेयरमेन तलाशने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई।
इस बीच सायरस मिस्त्री ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया था और विवादों का दौर शुरु हो गया था।

आगे के घटनाक्रमों में कंपनी ने जनवरी में 30 साल कंपनी को दे चुके अपने सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी एन चंद्रशेखरन को चेयरमेन पद के लिए चुना और उन्हें शीर्ष पद पर नियुक्त कर दिया। लेकिन इस बीच सायरस मिस्त्री कंपनी के निदेशक पद पर बने हुए थे।

उनके इस पद पर बने रहने के मुद्दे पर सोमवार को समूह की प्रमुख कंपनियों के शेयरधारकों ने उन्हें कंपनी के चेयरमैन पद से हटाने का प्रस्ताव पारित कर दिया। इसी के साथ उन्हें सीईओ के पद से हटाए जाने पर औपचारिक मुहर भी लगा दी गई है। हालांकि इस मीटिंग से पहले ही ऐसे कयास लग रहे थे कि मिस्त्री को हटाने के प्रस्ताव पर आसानी से मुहर लग जाएगी।

यहां बता दें कि टाटा संस में रतन टाटा के नेतृत्व वाले टाटा ट्रस्ट्स की करीब दो तिहाई हिस्सेदारी है। जबकि मिस्त्री परिवार के पास समूह में 18.4 प्रतिशत शेयर हैं और बाकि हिस्सेदारी टाटा ग्रुप की कंपनियों की है।

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