logo-image

शिवाजी स्मारक बनाना सही तो अम्बेडकर प्रतिमाओं का विरोध क्यों: मायावती

उन्‍होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, 'ये भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता का प्रतीक है।

Updated on: 26 Dec 2016, 07:51 AM

लखनऊ:

बसपा प्रमुख मायावती ने शिवाजी स्मारक पर 3600 करोड़ खर्च किये जाने को लेकर बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। मायावती ने कहा, 'ये बीजेपी का दोहरा चरित्र है, एक तरफ वो खुद स्मारक और प्रतिमाओं पर अरबों रुपए खर्च कर रही है, जबकि बसपा के द्वारा बनावाए गए दलितों के स्मारक स्थल व मूर्तियों का वो विरोध करती है।'

उन्‍होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, 'ये भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता का प्रतीक है।'

माया ने कहा कि अम्बेडकर प्रतिमाओं का विरोध सिर्फ दलित विरोधी मानसिकता दर्शाती है। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा को 3 हजार 600 करोड़ से बनाना और बसपा सरकार द्वारा बनवाए गए दलित महापुरुषों के पार्क व मूर्तियों का लगातार विरोध करना ये भाजपा की घृणित मानसिकता को दिखाता है।

ये भी पढ़ें- मोदी सरकार के लिए गले की हड्डी साबित हो सकती है नोटबंदी: मायावती

मायावती ने कहा कि हम किसी महापुरुष के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन कौन सा कानून और नियम जो महापुरूषों में भेदभाव करना सिखाती है।

मायावती ने कहा कि भव्य शिवाजी स्मारक बनाना अगर सही है तो दलितों व अन्य पिछड़े वर्ग में जन्मे महान सन्तों व महापुरुषों के नाम पर स्थल, स्मारक व पार्क आदि बनाना गलत और फिजूलख़र्ची कैसे हो सकता है?