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Video: अमर सिंह ने कहा मुलायम सिंह यादव ने बेटे के सामने किया समर्पण, अब हो गए हैं अखिलेशवादी

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के खत्म होने के बाद पार्टी के राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने आरोप लगाया है कि मुलायम सिंह ने उनका साथ छोड दिया है और वो अखिलेशवादी हो गए हैं।

Updated on: 23 Jan 2017, 12:06 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के खत्म होने के बाद पार्टी के राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने आरोप लगाया है कि मुलायम सिंह ने उनका साथ छोड दिया है और वो अखिलेशवादी हो गए हैं।

समाजावीद पार्टी के झगड़ा के बीच लंदन चले गए अमर सिंह ने वापस आने के बाद कहा कि वो मुलायम सिंह यादव के कहने पर लंदन चलले गए थे।

लंदन से लौटने के बाद अमर सिंह ने कहा, "मुलायम सिंह यादव ने मुझे 24 साल तक सांसद बनाए रखा। मुलायम के साथ मैं व्‍यक्तिगत रूप से रहूंगा। मैं अपने आपको मुलायमवादी कहता था। अब मुलायम सिंह जी अपने पुत्र के आगे समर्पण कर अखिलेशवादी हो गए हैं। उन्‍होंने मुझे अकेला छोड़ दिया है। अब मुलायम जी ने मुझे मुक्‍त कर दिया है।"

अमर सिंह ने कहा कि वे हमेशा मुलायमवादी जरूर रहे लेकिन अखिलेश यादव के खिलाफ कभी नहीं रहे। सीएम अखिलेश को बेटा बोलता हूं और आगे भी बोलता रहूंगा। उन्होंने साफ किया कि वे ऐसा इसलिए नहीं बोल रहे कि उनका निष्कासन रद्द हो जाए।

अ‍मर सिंह ने कहा, ''जब तक मुलायम सिंह थे, मैं उनके साथ खड़ा था। लेकिन अब जब मुलायम खुद ही नहीं हैं तो मैं अब पूरी तरह से स्‍वतंत्र हूं और इस स्‍वतंत्रता का मैं पूरा सदुपयोग करूंगा।"
उन्हों ने साफ कि या कि पार्टी में विवद के लिये वो ज़िम्मेददार नहीं हैं।

उन्‍होंने कहा कि अगर मुलायम सिंह कह दें कि मैं खलनायक हूं तो मैं मान लूंगा। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं अखिलेश से उम्‍मीद कर रहा हूं कि वो मेरा निष्‍कासन वापस कर दे। उन्‍होंने बड़ी कृपा की है मुझे खुला सांड बना कर। निष्‍कासन के बाद मैं खुला सांड हूं, जहां हरा देखूंगा वहीं मुंह मारूंगा। ना मैं अध्यक्ष पद का उम्‍मीदवार हूं, ना मैं सीएम पद का उम्‍मीदवार हूं।

अमर सिंह रविवार दोपहर संतमत अनुयायी आश्रम मठ गड़वाघाट में आयोजित मलिकार बाबा की स्मृति सभा में पहुंचे थे। यहां वह पिछली बार गुरु पूर्णिमा पर शिवपाल यादव के साथ आए थे। पीजा के बाद जब उन्होंने मीडिया से बात की तो उनमें तल्खी दिखी और दर्द दोनों दिखा। उन्होंने कहा, "कुछ लड़ाईयां हारने के लिए लड़ी जाती हैं। मैं अंतिम समय तक मुलायम सिंह के साथ रहा।"

अमर सिंह ने रामगोपाल यादव को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें यूपी में आने और सुरक्षित लौट जाने की चुनौती दी गई थी। आज वह यादवों की पीठ माने जाने वाले आश्रम में आए हैं। उन्होंने कहा अभी मैं संयत होकर बोल रहा, जब बोलूंगा तब लोग कहेंगे कि बोलता है, मेरे बोलने का इंतजार कीजिए।