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जामिया मार्च से पहले यासीन मालिक गिरफ़्तार, मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ नज़रबंद

बीते मंगलवार को हुई एक बैठक में अलगाववादियों ने निर्णय लिया था कि घाटी में चल रहे बंद को आगे बढ़ाया जाएगा।

Updated on: 11 Nov 2016, 06:03 PM

New Delhi:

अलगाववादियों के 'जामिया मार्च' के शुरू होने से पहले ही इनके आला नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मालिक हिरासत में ले लिया गया है, वहीँ हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ को उनके घर में ही नज़रबंद कर दिया गया है।

बीते मंगलवार को हुई एक बैठक में अलगाववादियों ने निर्णय लिया था कि घाटी में चल रहे बंद को आगे बढ़ाया जाएगा। इसी दिन लोगों से ये अपील भी की गयी थी कि वो शुक्रवार को जामिया मस्जिद पहुंचे और आज़ादी सभा में शामिल हों। इस सभा को तीन अलगाववादी नेता संबोधित करने वाले थे।

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गिरफ्तारी से ठीक पहले यासीन मालिक ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि आम कश्मीरियों के ज़िंदा रहने और बोल सकने का हक़ छीन लिया गया है। उन्होंने कहा कि तकरीबन दस हज़ार लोग, जिनमें बच्चे और बूढ़े भी हैं, को गिरफ्तार किया गया है।

जम्मू कश्मीर सरकार ने पिछले 17 हफ़्तों से जामिया मस्जिद में नमाज पढ़ने पर रोक लगा रखी है। मस्जिद के इर्द-गिर्द शुक्रवार को सुरक्षा बलों का कड़ा पहरा रहता है। 8 जुलाई को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से ही घाटी में अशांति चल रही है।