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शाही इमाम बुखारी ने बीएसपी को समर्थन देने का किया ऐलान, कहा सपा ने कोई काम नहीं किया

उलेमा काउंसिल के बाद दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने यूपी विधानसभा चुनाव में बीएसपी को समर्थन देने की घोषणा की है।

Updated on: 09 Feb 2017, 08:13 PM

नई दिल्ली:

उलेमा काउंसिल के बाद दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने यूपी विधानसभा चुनाव में बीएसपी को समर्थन देने की घोषणा की है। इमाम बुखारी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी के दौर में राज्य की स्थिति खराब हुई है।

इमाम बुखारी का बीएसपी को समर्थन देने का ऐलान ऐसे समय में आया है जब उत्तर प्रदेश में पहले चरण की वोटिंग में सिर्फ दो दिन रह गए हैं।

बुखारी ने अपने समर्थकों से एसपी के खिलाफ वोट करने की अपील भी की है। बुखारी ने अखिलेश सरकार से पूछा है कि उन्होंने पांच साल में मुसलमानों का क्या दिया। बुखारी ने यूपी सरकार पर वादाखिलाफी के भी आरोप लगाए।

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गुरुवार को राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल ने भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है। बीएसपी के समर्थन के ऐलान के बाद काउंसिल की तरफ से 84 विधानसभा सीटों पर तय किए गए उम्मीदवारों के नाम वापस ले लिए हैं।

राज्य के पिछले विधानसभा चुनाव में इमाम बुखारी ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था और मुलायम सिंह यादव के साथ मंच भी साझा किया था।

2012 में इमाम बुखारी के दामाद उमर अली खान समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे और चुनाव हार गए थे। लेकिन बाद में समाजवादी पार्टी ने अपने कोटे से खान को एमएलसी भी बनवाया।

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बुखारी और सपा में दूरियां बढ़ती गईं, पार्टी के नेता आजम खान तो इमाम बुखारी को आईएसआई का एजेंट होने तक का आरोप लगाया।

403 सीटों वाले यूपी विधानसभा के लिए 7 चरणों में वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में 11 फरवरी को 73 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में जिन सीटों पर चुनाव होने हैं वे सभी पश्चिमी यूपी की हैं और इन सीटों पर मुस्लिम मतों का अच्छा-खासा प्रभाव है।