logo-image

फिर लौटा मैच फिक्सिंग का साया, शोएब अख्तर ने खोले कई दबे हुए राज़

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने मैच फिक्सिंग पर बड़ा बयान दिया।

Updated on: 18 Oct 2016, 12:04 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने मैच फिक्सिंग पर बड़ा बयान दिया। शोएब का कहना है कि 1996 के दौरान मैच फिक्सिंग अपने चरम पर थी, लेकिन वह खुद को इसका शिकार बनने से रोकने में सफल रहे।

पाकिस्तानी समाचार चैनल के साथ बात करते हुए शोएब ने कहा कि 'मुझ पर विश्वास कीजिए उस समय (1996) ड्रेसिंग रूम का माहौल सबसे बदतर था।' उन्होंने कहा,'सिर्फ क्रिकेट के अलावा काफी कुछ चल रहा था और ड्रेसिंग रूप में क्रिकेट पर ध्यान देना मुश्किल था। यह खराब माहौल था।'

अख्तर ने दावा किया कि 2010 के दौरान उन्होंने मोहम्मद आमिर को भी ऐसे लोगों से मिलने-जुलने से बचने की सलाह दी थी, जो मैच फिक्सिंग के लिए खिलड़ियों को लालच दे सकते हैं। अख्तर ने यह भी कहा कि हाल ही में पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद और शाहिद अफरीदी के बीच पनपे विवाद को खत्म करने के लिए भी हस्तक्षेप किया था और पाकिस्तान के दोनों पूर्व कप्तानों से बातचीत के जरिए विवाद खत्म करने के लिए कहा था।

अख्तर ने हालांकि स्पष्ट किया कि उन्हें खुशी है कि मियांदाद और अफरीदी ने मतभेद सुलझा लिए हैं। उन्होंने कहा, 'मैं आपसे कह सकता हूं कि अगर यह मामला अदालत में जाता तो और गंदी चीजें बाहर आती और दोबारा कई नाम सामने आते।

सलीम मलिक और मोहम्मद आमिर पर चुका है बैन

यह बात तब की है जब वॉर्न और वॉ ने पाकिस्तानी कप्तान सलीम मलिक पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था। पाकिस्तान क्रिकेट में मलिक पहले खिलाड़ी बन गए जिन पर फिक्सिंग के चलते आजीवन बैन लग गया। मलिक पर आरोप था कि उन्होंने 1994 में कराची में हुए टेस्ट मैच को हारने के लिए ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ियों को पैसों की पेशकश की थी।

इसके अलावा मोहम्मद आमिर 2010 वर्ष मैच फिक्सिंग के दोषी पाए गए थे जिसके चलते उन्हें पांच वर्षों का प्रतिबंध झेलना पड़ा। आमिर ने पिछले वर्ष दोबारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर ली है।