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तमिलनाडु संकट: कमजोर पड़ती शशिकला को मिला BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी का समर्थन, पार्टी ने बनाई दूरी

तमिलनाडु में मचे सियासी घमासान में बाजी पलटती नजर आ रही है। समर्थकों की संख्याबल में पहले कमजोर दिख रहे पन्नीरसेल्वम अब शशिकला पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं।

Updated on: 12 Feb 2017, 04:32 PM

highlights

  • पन्नीरसेल्वम के साथ चल रही सत्ता की लड़ाई में कमजोर पड़ रही शशिकला को मिला BJP नेता सुब्रमण्यन स्वामी का समर्थन
  • इस बीच शशिकला ने मीडिया से बातचीत में कहा, महिलाओं के लिए राजनीति आसान नहीं है
  • शशिकला विधानसभा में बहुमत पेश किए जाने के लिए राज्यपाल के बुलावे का इंतजार कर रही हैं

New Delhi:

तमिलनाडु में मचे सियासी घमासान में बाजी पलटती नजर आ रही है। समर्थकों की संख्याबल में पहले कमजोर दिख रहे पन्नीरसेल्वम अब शशिकला पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं।

पन्नीरसेल्वम के समर्थक सांसदों की संख्या अब बढ़कर 10 हो चुकी है। सांसदों के समर्थन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोकसभा में पार्टी के कुल 37 सांसद हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी शशिकला के पक्ष में उतर आए हैं।

स्वामी ने राज्यपाल विद्यासागर को चेताते हुए कहा कि अगर वह सोमवार तक तमिलनाडु में सरकार को लेकर स्थिति साफ नहीं होती है वह विधायकों की खरीद फरोख्त को उकसाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत याचिका दाखिल करेंगे।

स्वामी ने कहा, 'अगर राज्यपाल सोमवार तक राज्य में सरकार गठन को लेकर फैसला नहीं लेते हैं तो विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए माहौल बनाने के मामले में उनके खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत याचिका दायर की जा सकती है।'

इससे पहले स्वामी राज्यपाल सी विद्यासागर राव पर शशिकला को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने के पक्ष में बयान दे चुके हैं। स्वामी ने कहा जब पन्नीरसेल्वम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं तो फिर से उन्हें सीएम बनाने के बारे में सोचने टूथपेस्ट की ट्यूब में निकले हुए पेस्ट को फिर से डालने की कोशिश करने जैसा है।

स्वामी ने कहा कि वह राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त की भूमिका तैयार करने के लिए राज्यपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।

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तमिलनाडु में सरकार गठन को लेकर बनी अनिश्चितता की स्थिति में स्वामी लगातार वी के शशिकला को मुख्यमंत्री बनाए जाने की वकालत करते रहे हैं। स्वामी कह चुके हैं कि विधायकों का समर्थन शशिकला के पास है, इसलिए राज्यपाल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए शशिकला को बुलाना चाहिए।

हालांकि स्वामी के बयान से तमिलनाडु बीजेपी ने दूरी बना ली है। तमिलनाडु बीजेपी प्रेसिडेंट तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा, मैं यह बताना चाहती हूं कि यह तमिलनाडु बीजेपी का रास्ता नहीं है।'

इस बीच शशिकला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, 'हम सभी लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। सभी विधायक हमारे साथ हैं और हम उनसे बातचीत करेंगे। आप सभी जानते हैं कि सांसद दूसरी तरफ क्यों जा रहे है?'

शशिकला ने कहा, 'महिला के लिए राजनीति में होना बड़ा मुश्किल है। यह मेरा अभी का अनुभव नहीं है बल्कि अम्मा के साथ भी पहले ऐसा हो चुका है।' इसके अलावा पन्नीरसेल्वम को अभिनेता और पूर्व सासंद रामाराजन का भी समर्थन मिला है।

अभिनेता और पार्टी के पूर्व सांसद रामाराजन ने भी कहा, 'पन्नीरसेल्वम अब हमारे नेता हैं। वह पार्टी संस्थापक एम जी रामाचंद्रन की राह पर चल रहे हैं।'

पन्नीरसेल्वम खेमे के साथ आए नमक्कल से सांसद पीआर सुंदरम और कृष्णागिरी से सांसद अशोक कुमार ने शनिवार को लोकसभा के डिप्टी स्पीकर एम थंबीदुरई पर जमकर हमला बोला। दोनों सांसदों ने कहा कि थंबीदुरई को छोड़कर एआईएडीएमके के सभी लोकसभा सांसद पन्नीरसेल्वम के समर्थन में आएंगे।

उन्होंने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर पार्टी के 50 सांसद हैं जिनमें से ज्यादातर सेल्वम के साथ आएंगे। पन्नीरसेल्वम को 8 लोकसभा सांसद और 2 राज्यसभा सांसदों के समर्थन के अलावा मंत्री समेत 6 विधायकों का साथ मिला हुआ है। माना जा रहा कि आने वाले दिनों में पन्नीरसेल्वम के पक्ष में विधायकों और सांसदों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।

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पन्नीरसेल्वम के समर्थन की घोषणा करने वाले पार्टी के पांच सदस्य एस. राजेंद्र (विल्लुपुरम), वी. एलुमलाई (अरनी), आर.पी. मरुथराजा (पेरम्बलूर से सांसद), बी. सेनगुत्तुवन (वेल्लोर) और जयासिंह त्यागराज नट्टेरजी (तूतीकोरिन) हैं।

इन छह सांसदों के पन्नीरसेल्वम का समर्थन करने बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री के खेमे में पार्टी के लोकसभा सांसदों की संख्या बढ़कर हो गई है। जबकि राज्यसभा सदस्य आर लक्ष्मणन भी रविवार को पन्नीरसेल्वम खेमे में शामिल हो गए। वह इस खेमे में आए दूसरे राज्यसभा सदस्य हैं।

इससे पहले राज्यसभा सदस्य वी मैत्रेयन शशिकला के खिलाफ बगावत करने के बाद पन्नीरसेल्वम के साथ आ गए थे। 

एआईएडीएमके के लोकसभा में 37 सांसद हैं। इन सांसदों के पन्नीरसेल्वम के समर्थन में आने से पहले शनिवार को लोकसभा के चार सदस्यों सत्यबामा (तिरुपुर), के अशोक कुमार (कृष्णागिरि), पी आर सुंदरम (नमक्कल) और आर वनरोजा (तिरुवन्नमलाई) ने पन्नीरसेल्वम के समर्थन की घोषणा की थी।

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