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फेड रिजर्व की बैठक के बाद टूटा सेंसेक्स, सरकार ने कहा डरने की जरूरत नहीं

फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद वित्तीय सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि इससे भारतीय बाजार पर कोई असर नहीं होगा। दास ने कहा, 'भारतीय बाजार पहले ही फेडरल रिजर्व की तरफ से होने वाले ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अतर को पचा चुका है।'

Updated on: 15 Dec 2016, 07:50 PM

highlights

  • फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने के बाद भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुए हैं
  • फेड की बैठक के बाद सरकार ने कहा कि इससे भारतीय शेयर बाजारों पर कोई असर नहीं होगा

New Delhi:

फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने के बाद भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुए हैं। गुरुवार को सेंसेक्स 83.77 अंक टूटकर 26519.07 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 28.85 अंक टूटकर 8153.60 पर बंद हुआ।

फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद वित्तीय सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि इससे भारतीय बाजार पर कोई असर नहीं होगा। दास ने कहा, 'भारतीय बाजार पहले ही फेडरल रिजर्व की तरफ से होने वाले ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अतर को पचा चुका है।'

सेंसेक्स में सन फार्मा, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, आईटीसी और भारती एयरटेल लाल निशान में बंद हुए जबकि टीसीएस, ऐक्सिस बैंक, ओएनजीसी, पावरग्रिड, बजाज ऑटो और भारतीय स्टेट बैंक हरे निशान में बंद हुए।

बुधवार को हुई बैठक में सायरस मिस्त्री को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के डायरेक्टर पद से हटा दिया गया था। टाटा कंसल्टेंसी देश की दूसरी बड़ी आईटी कंपनी है।
बीएसई का ऑटो इंडेक्स दबाव में दिखा।

एसएंडपी ऑटो इंडेक्स करीब आधा फीसदी टूटकर 20144.50 पर बंद हुआ वहीं बैकिंग स्टॉक में मामूली खरीदारी देखी गई। बैंकिंग स्टॉक्स करीब 60 अंक की मजबूती के साथ 21099.69 पर बंद हुआ।

वहीं निफ्टी में 18 शेयर हरे निशान में जबकि 32 शेयर लाल निशान में बंद हुए। फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने के बाद से ही सेंसेक्स और निफ्टी दबाव में था।

फेडरल रिजर्व ने प्रमुख ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेत के बाद 2016 में पहली बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है। एक दशक में यह दूसरा मौका है जब फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में वृद्धि की है। इससे पहले दिसंबर 2015 में वृद्धि की गयी थी।