logo-image
ओडिशा नाव हादसे में मरने वालों की संख्या हुई सात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Punjab: संगरूर जेल में धारदार हथियार से हमला, दो कैदियों की मौत और 2 घायल Punjab: कांग्रेस को झटका, तेजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में होंगे शामिल Karnataka: बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन पहले पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल कर्नाटक: पुलिस ने कांग्रेस नेता रिजवान अरशद और रणदीप सिंह सुरजेवाला को हिरासत में लिया पंजाब में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर आज दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गईं.

पैसे के लिए बैंक की लाइन में खड़े रह गए पिता, बीमार चार साल की मासूम ने वहीं तोड़ दिया दम

यूपी के बांदा में नोटबंदी और कैश की कमी की वजह से एक चार साल की मासूम बच्ची की जान चली गई

Updated on: 22 Nov 2016, 05:21 PM

highlights

  • यूपी के बांदा में चार साल की मासूम की गई जान
  • पिता बैंक में पैसे के लिए करता रह गया अपनी बारी का इंतजार

नई दिल्ली:

यूपी के बांदा में नोटबंदी और कैश की कमी की वजह से एक चार साल की मासूम बच्ची की जान चली गई।

पेशे से मजदूर धर्मेंद्र वर्मा अपनी बीमार बेटी के इलाज के लिए पैसे निकालने के लिए बैंक की लाइन में खड़े थे लेकिन जब तक उन्हें पैसा मिलता तब तक बुखार से पीड़ित उनकी बेटी न दम तोड़ दिया।

मृतक बच्ची के पिता के मुताबिक उन्होंने पैसे के लिए कई बार इलाहाबाद ग्रामीण बैंक के चक्कर भी लगाए लेकिन उन्हें पैसा नहीं मिला। सोमवार को वो फिर अपनी बच्ची को लेकर ही बैंक आए थे ताकि पैसा निकालकर उसका इलाज करा सकें लेकिन जब तक उन्हें पैसा मिलता बच्ची की मौत हो गई।

ये भी पढ़ें: नोटबंदी के फैसले ने केरल में ली दो लोगों की जान

बच्ची की मौत की खबर मिलते ही गुस्साए लोगों ने बांदा-फतेहपुर रोड को जाम कर दिया और बच्ची के शव को सड़क रखकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। जबकि बांदा के सीओ ने कहा है कि वो अभी इस मामले की जांच कर रहे रहे हैं।

ये भी पढ़ें:नोटबंदी पर संसद का घेराव करने जा रहे सिसोदिया को पुलिस ने लिया हिरासत में

गौरतलब है कि 8 नवंबर को पुराने 500 और 1000 रु के नोट पर पाबंदी लगने के ऐलान के बाद से ही पैसे के लिए बैंक की लाइन में ही मौत हो जाने की कई खबरें सामने आ चुकी हैं।