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नोटबंदी के बाद जनधन खाते में जमा हुए 21,000 करोड़, टॉप पर पश्चिम बंगाल

500 और 1000 रुपये पर प्रतिबंध के बाद जनधन खाता धारकों ने 21 करोड़ रुपये जमा कराए हैं।

Updated on: 24 Nov 2016, 01:40 AM

highlights

  • 13 दिनों में जनधन खाते में जमा हुए 21 हजार करोड़ रुपये
  • जनधन खाता धारकों पर सरकार की नजर
  • पैसा जमा कराने के मामले में पश्चिम बंगाल टॉप पर

नई दिल्ली:

500 और 1000 रुपये पर प्रतिबंध के बाद जनधन खाता धारकों ने 21 हजार करोड़ रुपये जमा कराए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक नकदी जमा कराए गए हैं। वहीं दूसरे स्थान पर कर्नाटक है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500 व 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध की घोषणा की थी। पीएम ने कहा था कि पुराने नोट 30 दिसंबर तक बैकों में जमा कराए जा सकते हैं। जिसके बाद जनधन खाते में भारी मात्रा में नकदी जमा कराए जा रहे हैं। बैंकों के बाहर लोगों की लंबी-लंबी लाइनें देखी जा रही हैं।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि जन धन खातों पर निगरानी रखी जा रही है। केंद्र सरकार को कई ऐसी जानकारी मिली है जिसमें जनधन खाते में अधिक मात्रा में पैसे जमा कराए जा रहे है। खबर है कि कालाधन रखने वाले लोग अपने करीबियों या गरीबों को प्रलोभन देकर उनके खाते में पैसे जमा करा रहे हैं। आयकर विभाग ऐसे लोगों को चिन्हित कर स्त्रोत' की जानकारी भी मांगी है।

जनधन खाते में 50 हजार रुपये तक पैसे जमा कराए जा सकते हैं। कई ऐसे खाता धारक हैं जिन्होंने 49 हजार रुपये तक खाते में जमा कराए हैं।

केंद्र ने कहा था कि जनधन खाते के अलावा अन्य खाते में ढाई लाख रुपये तक बगैर किसी टैक्स के पैसे जमा करा सकते हैं। सरकार ने कालाधन जमा कराने वालों पर टैक्स के अलावा 200 प्रतिशत जुर्माने का ऐलान किया है।

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