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AIADMK घमासान: क्या शशिकला पर भारी पड़ रहे पन्नीरसेल्वम ?AIADMK एमएलए और मंत्री बदल रहे पाला

तमिलनाडु में बदलते हालात के बीच शनिवार को एक के बाद एक पार्टी के कई बड़े नेता पन्नीरसेल्वम के खेमे में जाकर खड़े हो गए।

Updated on: 13 Feb 2017, 08:03 AM

highlights

  • पन्नीरसेल्वम के समर्थन में उठने लगी आवाज, कई बड़े नेताओं ने थामा हाथ
  • शशिकला ने जताई पार्टी टूटने की आशंका, रिजॉर्ट पहुंचकर विधायकों से की मुलाकात

नई दिल्ली:

तमिलानाडु में सियासी जारी सियासी संकट के बीच शनिवार की हलचल से यह साफ हो गया कि शशिकला के लिए अब ओ पन्नीरसेल्वम को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है।

इस्तीफा और फिर बगावत के बाद पिछले कुछ दिनों में पन्नीरसेल्वम न केवल धीरे-धीरे लोगों की सहानुभूति हासिल करने में कामयाब होते जा रहे हैं बल्कि AIADMK के भीतर से भी उनके पक्ष में आवाजें उठनी शुरू हो गई हैं जो पहले दो दिन नदारद थीं।

पन्नीरसेल्वम के साथ आए AIADMK के कई बड़े नेता

बदलते हालात के बीच शनिवार को एक के बाद एक पार्टी के कई बड़े नेता पन्नीरसेल्वम के खेमे में जाकर खड़े हो गए। इनमें पार्टी प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता सी. पोन्नीयान, पूर्व मंत्री एमएम राजेंद्र प्रसाद, राज्य के शिक्षा मंत्री के पंडियाराजन के आलावा सासंद के अशोक कुमार (कृष्णागिरी) और पीआर सुदंरम (नामाक्कल) सहित वी सत्यभामा के भी नाम शामिल हैं।

अब तक पार्टी के सात विधायकों, तीन सांसदों और बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पन्नीरसेल्वम का समर्थन किया है।

पार्टी में फूट डालने की कोशिश: शशिकला

शशिकला को भी इसका आभास हो चला है। शशिकला ने शनिवार देर शाम रिजॉर्ट में 'बंद' अपने समर्थकों से मिलने के बाद कहा कि पार्टी में फूट डालने की कोशिश हो रही है। शशिकला के मुताबिक, 'जानबूझकर देरी की जा रही है ताकि पार्टी में फूट कराने का मौक मिल सके।' शशिकला ने यह भी कहा कि अब वे दूसरे तरीके से पूरी परिस्थिति से निपटने की कोशिश करेंगी।

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शशिकला का गवर्नर को खत

इससे पहले शशिकला ने राज्यपाल सी विद्यासागर राव को पत्र लिखकर शपथ ग्रहण समारोह में देरी किए जाने को लेकर सवाल उठाया।

पार्टी का महासचिव बनाए जाने के बाद शशिकला ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था लेकिन शशिकला की उम्मीदों को झटका देते हुए राजभवन ने उन्हें सरकार बनाने के लिए निमंत्रित नहीं किए जाने को थोड़े समय के टाल दिया।

रिजॉर्ट में 'बंधक' समर्थकों से शशिकला की मुलाकात

पार्टी कई बड़े नेताओं के पन्नीरसेल्वम खेमे में शामिल होने से सकते में आई शशिकला ने शनिवार को विधायकों से मुलाकात कर अगली रणनीति पर चर्चा की।

AIADMK महासचिव शशिकला ने शनिवार को महाबलिपुरम के नजदीक गोल्डन बे बीच रिजॉर्ट पहुंचकर विधायकों से मुलाकात की। इसी रिजॉर्ट में AIADMK के विधायकों को रखा गया है।

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जयललिता के 'खास' रहे पन्नीरसेल्वम

बता दें कि पन्नीरसेल्वम जयललिता के खास माने जाते थे। अपने जीवनकाल में जरूरत पड़ने पर जयललिता ने दो बार पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी और फिर जयललिता के निधन के बाद पन्नीरसेल्वम एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाए गए।

हालांकि, बीते रविवार को उन्होंने पार्टी की बैठक में पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे जयललिता की बेहद करीबी रहीं शशिकला के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया था। लेकिन दो दिन बाद ही मंगलवार को पन्नीरसेल्वम ने बगावती तेवर अपनाते हुए कहा कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था।

अब पार्टी पन्नीरसेल्वम और शशिकला दो गुटों में बंट चुकी है और दोनों ही नेता राज्य में सरकार गठन के लिए बहुमत अपने साथ होने का दावा कर रहे हैं।

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