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पाकिस्तान: सिंध में CPEC और मानव अधिकार हनन के खिलाफ विरोध पर्दशन

प्रदर्शनकारी मानव अधिकारों के हनन को लेकर भी अपना विरोध जता रहें हैं। प्रदर्शनकारी सिंध की आजादी की मांग को ले जा रहे थे।

Updated on: 22 Jan 2017, 01:45 PM

नई दिल्ली:

चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा के खिलाफ पाकिस्तान के सिंध प्रांत में विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इस क्षेत्र की पार्टी जेय सिंध मुत्ताहिदा (जेएसएमएम) CPEC का लगातार विरोध कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथ में CPEC विरोधी नारे वाले बैनर रखे थे और साथ ही लगातार उग्रवाद और धार्मिक आतंकवाद के विरोध में भी नारे लगा रहे थे।

प्रदर्शनकारी मानव अधिकारों के हनन को लेकर भी अपना विरोध जता रहें हैं। प्रदर्शनकारी सिंध की आजादी की मांग भी कर रहे थे।

क्या है CPEC

इस प्रोजेक्ट की शुरूआत 2015 में हुई थी। इसके जरिए तीन हजार किलोमीटर के सड़क नेटवर्क तैयार के साथ-साथ रेलवे और पाइपलाइन लिंक भी पश्चिमी चीन से दक्षिणी पाकिस्तान को जोड़ेगा।

सीपीईसी, चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के सिल्क रोड इकोनॉमिक बेल्ट और 21वें मेरीटाइम सिल्क रोड प्रोजेक्ट का हिस्सा है। चीन की योजना इन दोनों विकास योजनाओं को एशिया और यूरोप के देशों के साथ मिलकर आगे बढ़ाने की है। चीन द्वारा बनाया जा रहा ये कॉरिडोर बलूचिस्तान प्रांत से होकर गुजरेगा, जहां दशकों से लगातार अलगाववादी आंदोलन चल रहे हैं। इसके साथ-साथ गिलगिट-बल्टिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का इलाका भी शामिल है।

सीपीईसी प्रोजेक्ट के लिए पाकिस्तान में मौजूद चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए करीब 17 हजार पाकिस्तानी सैनिक तैनात किए गए हैं। ये हाल अप्रैल से पहले का था लेकिन अप्रैल के बाद चार हजार और पाकिस्तानी सैनिकों की चीनी अधिकारियों की सुरक्षा में पाकिस्तान ने लगाए गए हैं।