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'सर्जिकल स्ट्राइक' के 2 महीने पूरे, 60 दिनों में 27 जवानों ने दी शहादत

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दो महीने पूरे हो चुके हैं। उसके बाद से अब तक पाक आर्मी और आतंकियों से मुकाबला करते हुए 27 भारतीय जवानों ने शहादत दी है।

Updated on: 30 Nov 2016, 01:19 AM

highlights

  • 28-29 सितंबर की रात को भारतीय सेना ने PoK में किया था सर्जिकल स्ट्राइक
  • सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से अब तक 27 भारतीय जवान हो चुके हैं शहीद
  • जम्मू-कश्मीर के उरी हमले में शहीद हुए थे 19 जवान

नई दिल्ली:

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दो महीने पूरे हो चुके हैं। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के उरी हमले में जान गंवानें वाले 19 जांबाज का बदला था। पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाया तो जरूर लेकिन भारत जैसी शक्ति की कूटनीतिक चाल के आगे बौना साबित हुआ। लेकिन दुखद यह है कि हर बार हारने के बावजूद पाकिस्तान आर्मी सीमा पर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। 

मंगलवार को भी आतंकियों ने नगरोटा पोस्ट पर हमला कर दिया। इस हमले में 7 भारतीय जवान शहीद हो गए। जिसमें 2 अधिकारी भी शामिल हैं।

'सर्जिकल स्ट्राइक' के बाद सीमावर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर में 27 जवानों ने शहादत दी है। देश की रक्षा के लिए नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनात जवानों पर कभी पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला किया तो कभी उसे शह देने वाली पाक आर्मी ने और भारत ने 27 जवानों को खोया। पाक के आतंकियों ने दो दफा भारतीय जवानों के शव के साथ बर्बरता भी किया।

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भारत ने 28-29 सितंबर की दरमियानी रात को PoK में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। सेना की इस कार्रवाई की दुनिया भर में चर्चा हुई। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सीमावर्ती इलाके में शरण लिये कम-से-कम 50 आतंकी ढेर हुए। करीब एक दर्जन लॉन्च पैड को सेना ने नेस्तनाबूद कर दिया। इंडियन एक्सप्रेस ने स्थानीय लोगों की बातचीत पर आधारित रिपोर्ट छापी। जिसमें दावा किया गया कि पाक सेना ने ट्रकों पर शव को लाद कर ले गए।


सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कब-कब भारतीय जवानों ने दी जान

29 नवंबर (7 जवान शहीद)

जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आतंकियों ने सेना के पोस्ट पर हमला कर दिया। इस हमले में 7 जवान शहीद हो गए। इसमें दो अधिकारी भी शामिल हैं।

25 नवंबर (3 जवान शहीद)
पाकिस्तान से आए आतंकियों से जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में मुठभेड़ के दौरान एक जवान शहीद हो गए। सेना ने दो आतंकियों को भी मार गिराया। वहीं कुलगाम जिले में आतंकियों ने पुलिस गश्ती दल पर हमला कर दिया। इस हमले में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।

22 नवंबर (3 जवान शहीद)
जम्मू-कश्मीर के माछिल में आतंकियों से लोहा लेते हुए 3 भारतीय जवान शहीद हो गए। सेना ने कहा, 'एक जवान के शव के साथ बर्बरता भी की गई। इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।' भारतीय जवानों ने इसका बदला 3 पाक आर्मी जवानों को ढेर कर लिया।

20 नवंबर (1 बीएसएफ शहीद)

पाकिस्तान की ओर से राजौरी जिले में की गई फायरिंग में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक हेड कॉन्सटेबल राय सिंह शहीद हो गए। वह हरियाणा के रोहतक जिले के खेड़ी सांपला के रहने वाले थे।

9 नवंबर (3 जवान शहीद)
जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में पाकिस्तान की फायरिंग में प्रेम सिंह और हरेंद्र कुमार यादव शहीद हो गए। प्रेम सिंह राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतु के रहने वाले थे। वहीं हरेंद्र कुमार यादव उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले थे।

9 नवंबर को पाक ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल में भी नापाक हरकत की। इस सीजफायर के उल्लंघन में हवलदार सतनाम सिंह शहीद हो गए वह पंजाब के तरनतारण के रहने वाले थे।

6 नवंबर (एक जवान शहीद)
जम्मू-कश्मीर के पुंछ के केजी सेक्टर में पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। जिसमें नायक टुकपरे राजेंद्र नारायण शहीद हो गए। वह महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के रहने वाले थे।

31 अक्टूबर (एक जवान शहीद)

कश्मीर के राजौरी में सेना के एक जवान शहीद हो गए। वहीं 31 अक्टूबर को ही मेंढर सेक्टर के बालाकोट और मनकोट में दो जवान घायल हो गए थे।

29 अक्टूबर (बीएसएफ जवान शहीद)

जब इस दिन पूरा देश दिवाली मना रहा था तो जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के माछिल में पाकिस्तान से लोहा लेते हुए नितिन सुभाष शहीद हो गए। वह महाराष्ट्र के सांगली के दुधगांव के रहने वाले थे।

27 अक्टूबर (दो जवान शहीद)

आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान की फायरिंग में बीएसएफ के हेड कॉन्सटेबल जितेंद्र कुमार सिंह शहीद हो गए। वह बिहार के रक्सौल जिले के सिसवा के रहने वाले थे।

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तंगधार में पाक रेंजर्स की गोलीबारी में रायफलमैन संदीप सिंह रावत शहीद हो गए। वह पौड़ी जिले के धूमाकोट क्षेत्र के रहने वाले थे।


23 अक्टूबर (बीएसएफ जवान शहीद)

जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में बीएसएफ जवान हवलदार सुशील कुमार शहीद हो गए। वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा के रहने वाले थे।

22 अक्टूबर (घायल गुरनाम हुए शहीद)

पाकिस्तान की गोलीबारी में घायल हुए बीएसएफ जवान गुरुनाम सिंह शहीद हो गए। उनका सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था।

16 अक्टूबर (सेना ने खोया एक जवान)

पाकिस्तान की गोलीबारी में सुदेश कटारिया शहीद हो गए। वह राजौरी के तारकुंडी इलाके में तैनात थे। सुदेश उत्तर प्रदेश के संभल के रहने वाले थे।

14 अक्टूबर (एक और शहीद)

राजस्थान के दौसा जिले के SSB जवान घनश्याम गुर्जर आतंकी हमले में शहीद हो गए। वह श्रीनगर में तैनात थे।

2 अक्‍टूबर (बीएसएफ जवान शहीद)

रविवार की रात आतंकियों ने बारामूला में 46 राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर हमला कर दिया। जिसमें एक बीएसएफ जवान नितिन कुमार शहीद हो गए। वह उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले थे।