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BSF जवान ने वीडियो जारी कर पीएम मोदी से की भ्रष्टाचार की शिकायत, कहा अधिकारी शराब बेचते हैं

एक और बीएसएफ जवान ने वीडियो जारी कर अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। जवान का का कहना है कि अधिकारी खुलेआम बाहर शराब बेच रहे हैं।

Updated on: 28 Jan 2017, 09:52 AM

highlights

  • बीएसएफ जवान ने वीडियो जारी कर अधिकारियों पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
  • जवान ने कहा, जवानों की जमा पैसे से खरीदी जा रही शराब खुलेआम बेचे जा रहे हैं
  • उन्होंने कहा, हम आज भी उस अग्रेजी हुकुमत के तानाशाही नियम में जीने को मजबूर हैं

नई दिल्ली:

एक और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जवान ने वीडियो जारी कर अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। जवान का का कहना है, '150 बटालियन में खुलेआम भ्रष्टाचार चल रहा है। जवानों की जमा पैसे से खरीदी जा रही शराब खुलेआम बाहर बिक रही है। मैं लिखित शिकायत कर चुका हूं। लेकिन चार महीने हो गये कार्रवाई नहीं हुई है।'

उन्होंने वीडियो जारी करने को लेकर सफाई देते हुए कहा कि कार्रवाई नहीं होने की वजह से मुझे इस तरह देश के सामने आकर दिखाना पड़ रहा है।

गुजरात में तैनात नवरत्न चौधरी ने एक शराब बेचते हुए वीडियो भी फेसबुक पर शेयर की है। उन्होंने कैप्शन में लिखा है, 'शराबबंदी राज्य गुजरात में बिक रही है बीएसएफ की शराब।'

बीएसएफ जवान होने का दावा कर रहे चौधरी ने कहा, 'मैं भ्रष्टाचार के और सबूत दूंगा। मैं पूछता हूं माननीय प्रधानमंत्री और महानिदेशक से जो कहते हैं कि हम गुप्त शिकायत पर भी कार्रवाई करता हैं। मैं खुलेआम शिकायत कर रहा हूं। कीजिए कार्रवाई बताइए की क्या कार्रवाई की?'

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3 मिनट 33 सेकेंड के वीडियो में बीएसएफ जवान नवरत्न चौधरी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कह रहे हैं, 'मैं बीएसएफ जवान के लिए केवल वेदना ही व्यक्त कर सकता हूं क्योंकि हम आज भी गुलामी में जी रहे हैं। हमारे लिए कोई लोकतंत्र नहीं है। हम आज भी उस अग्रेजी हुकुमत के तानाशाही नियम में जीने को मजबूर हैं।'

वीडियो में जवान का कहना है 'संविधान हमें समानता का अधिकार देता है हम उससे भी वंचित हैं। हम दो समय का अच्छा खाना नहीं मांग सकते हैं। अगर किसी ने गलती से शिकायत कर दी तो उनके साथ ऐसे ट्रीट किया जाता है जैसे कि कोई बड़ा अपराध कर दिया हो। खाना नहीं कहीं की विरासत मांग ली हो।'

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नवरत्न चौधरी ने कहा, 'सभी चाहते हैं की भ्रष्टचार खत्म हो। लेकिन शिकायत करने वाला ही पिसता है। हम सच्चा सिपाही होने का फर्ज निभा रहे हैं लेकिन मैं उसी की सजा भुगत रहा हूं। जितनी बार मैंने शिकायत की, हर बार नई जगह ट्रांसफर हुआ। लेकिन मनोबल नहीं तोड़ पाये। लेकिन इस बार तो तानाशाही की सारी हदें पार कर दी है। मैं कह सकता हूं कि बीएसएफ में खुलेआम आप भ्रष्टाचार कर सकते हैं कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन आपने शिकायत कर दी तो बहुत बड़ा अपराध कर दिया।'

उन्होंने कहा, 'ये भ्रष्टाचारी जवानों के मेस के पैसे तक नहीं छोड़ते। जवान मेस बीएसएफ का एटीएम है। इसमें खूब पैसे हैं। यह बीएसएफ का हर जवान यह जानता है। होता यही है कि जो शिकायत करता है वह निशाने पर आ जाता है। लिपापोती होती है। एकतरफा जांच होती है।'

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इससे पहले बीएसएफ जवान तेज बहादुर ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे। उन्होंने कहा था कि जवानों को घटिया खाना दिया जा रहा है। तेज बहादुर के आरोप के बाद केंद्र सरकार हरकत में आई और जांच के आदेश दिये थे। हालांकि सरकार ने जांच के बाद कहा था कि घटिया खाना का आरोप गलत है।

तेज बहादुर के बाद सेना और सीआरपीएफ के जवान ने भी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की थी। जिसके बाद सेना प्रमुख ने चेतावनी देते हुए कहा था कि जवान सार्वजनिक तौर पर इसकी शिकायत नहीं करें। इसके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।

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