logo-image

खादी कैलेंडर में पीएम मोदी की तस्वीर पर बचाव में उतरा PMO, बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने भी पीएम पर साधा निशाना

BJP का दावा, खादी कैलेंडर से पीएम मोदी की तस्वीर से पहले भी हट चुकी है गांधी की तस्वीर

Updated on: 13 Jan 2017, 11:26 PM

नई दिल्ली:

खादी ग्रामोद्योग आयोग के 2017 के कैलेंडर और डायरी पर महात्मा गांधी की जगह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर हो रहे विवाद पर प्रधानमंत्री कार्यलय ( पीएमओ) ने फैसले का बचाव करते हुए ने कहा, 'इस मुद्दे को बेवजह तूल दिया जा रहा है। ऐसा कोई कानून या नियम नहीं है जिसमें यह लिखा हो कि खादी ग्राम उद्योग के कैलेंडर पर सिर्फ महात्मा गांधी की ही तस्वीर हो सकती है।'

पीएमओ सूत्रों के मुताबिक पहले भी कई बार खादी ग्राम उद्योग के कलैंडर से महात्मा गांधी की तस्वीर हटाई गई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर मोदी पर निशाना साधा।

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'गांधी बनने के लिए सालों तपस्या करनी पड़ती है। कोई चरखा चलाने का नाटक कर गांधी नहीं बन जाता, इससे उसका उपहास ही उड़ता है।'

वहीं केंद्र और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना और विपक्षी कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को साल 2017 के खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के कैलेंडर और डायरियों पर महात्मा गांधी की तस्वीरों की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छापे जाने की कड़ी आलोचना की है।

केवीआईसी के कैलेंडर और डायरी पर मोदी की महात्मा गांधी की मुद्रा में चरखा के साथ तस्वीरों पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना के मुंबई दक्षिण से लोकसभा सदस्य अरविंद सावंत ने कहा, 'इस खबर से बहुत ही दुखी हूं।'

सावंत ने मीडिया से कहा, 'किसी को भी इस पर आपत्ति नहीं होती यदि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर चरखे पर खादी की कताई करते हुए होती। आपत्तिजनक यह है कि महात्मा गांधी की तस्वीरों की जगह उनकी तस्वीरों को लगाया गया है। यह दर्दनाक है।' उन्होंने टिप्पणी कि यह घटना एक उदाहरण है कि जब कोई व्यक्ति आत्मकेंद्रित हो जाता है तो क्या घटित हो सकता है।

पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता नारायण राणे ने भी आलोचना की। उन्होंने कहा लोगों ने इसे बहुत बुरे तौर पर लिया है और इसे जल्द नहीं भुलाया जा सकेगा।

ये भी पढ़ें: खादी विलेज के कैलेंडर में चरखे के साथ बापू को हटाया, पीएम मोदी को मिली जगह

फैसले के समर्थन में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, 'खादी कैलेंडर पर पीएम की फोटो किसी नियम या कानून का उल्लंघन नहीं है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी 6 बार 1996, 2002, 2005,2011 2012, 2013 में कैलेंडर में महात्मा गांधी की तस्वीर नहीं थी लेकिन उसपर पहले कभी विवाद नहीं हुआ था, तो आज क्यों हो रहा है। गांधी जी के उद्देश्य से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने पीएम मोदी की तस्वीर का बचाव करते हुए कहा, 'मोदी ने गांधी का स्थान नहीं लिया है। कैलेंडर में हर महीने के पेज पर अलग तस्वीर लगी है जिसमें से एक पेज पर मोदी की भी तस्वीर है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अभी यह कैलेंडर खुद नहीं देखा है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'गांधीजी का अपना अलग स्थान है, जिसे कोई नहीं ले सकता।'

यह पूछने पर कि क्या गांधीजी के स्थान पर मोदी की तस्वीर लगाने का प्रयास किया गया है, मिश्रा ने कहा, 'मैंने अभी तक कैलेंडर देखा नहीं है। मैं एक बार कैलेंडर देख लूं तो जो जरूरी होगा, हम करेंगे लेकिन कोई भी गांधीजी का स्थान नहीं ले सकता।'