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उत्तर प्रदेश चुनाव 2017: जितिन प्रसाद ने कहा,'राज्य में कांग्रेस-सपा गठबंधन की जीत होगी'

सपा-कांग्रेस गठबंधन की जीत का भरोसा जता रहे कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने कहा है कि थोड़ी बहुत खामियों के बावजूद गठबंधन बढ़िया कर रहा है। जतिन प्रसाद ने इस गठबंधन को पक्का करने का श्रेय प्रियंका गांधी वाड्रा को दिया। अ

Updated on: 13 Feb 2017, 09:56 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए सात चरणों में होने वाले मतदान का पहला चरण समाप्त हो चुका है। मुकाबले में एक तरफ समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन को तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपनी जीत का भरोसा है। 

सपा-कांग्रेस गठबंधन की जीत का भरोसा जता रहे कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने कहा है कि थोड़ी बहुत खामियों के बावजूद गठबंधन बढ़िया कर रहा है। जतिन प्रसाद ने इस गठबंधन को पक्का करने का श्रेय प्रियंका गांधी वाड्रा को दिया। अगर प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनती है, तो प्रसाद सरकार में उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं।

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संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में मंत्री रह चुके प्रसाद ने कहा कि यह गठबंधन कांग्रेस को देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में पुनर्जीवित करने में मददगार साबित होगा, जहां यह सन् 1989 से ही सत्ता से बाहर है। जितिन प्रसाद ने कहा, 'हमारा गठबंधन सत्ता में आने जा रहा है। लोग उम्मीद से बढ़कर हमारा समर्थन कर रहे हैं।' शाहजहांपुर जिले में दूसरे चरण के तहत बुधवार को मतदान होगा।

तिलहर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे प्रसाद ने कहा, 'पहले चरण के मतदान के बाद अद्भुत रिपोर्ट मिल रही हैं।' उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच ‘प्रभावशाली’ समन्वय है।

प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका ने कांग्रेस-सपा गठबंधन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा समाजवादी पार्टी द्वारा नामित दो उम्मीदवारों का समर्थन करने से इनकार करना एक अपवाद है।

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सपा के साथ गठबंधन को एक रणनीतिक फैसला बताते हुए प्रसाद ने कहा कि केवल 105 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने के बावजूद कुल 403 सीटों पर कांग्रेस एक बार फिर जिंदा होगी। कांग्रेस तथा सपा ने जनवरी में संयुक्त रूप से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। यह गठबंधन 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बरकरार रह सकता है। दोनों पार्टियों के कुछ नेताओं ने संकेत दिए हैं कि गठबंधन आम चुनाव तक बरकरार रहेगा।

खिरनी बाग इलाके में प्रसाद भवन के बाहर का माहौल किसी त्योहार जैसा है, जहां जितिन प्रसाद का परिवार रहता है। उनके समर्थक बार-बार जुटते हैं और नारे लगाते हुए कांग्रेस तथा सपा के झंडे लहराते हैं। तिलहर सीट का प्रतिनिधित्व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के रोशन लाल वर्मा करते थे, जो अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं और चुनाव मैदान में दोबारा किस्मत आजमा रहे हैं।

प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं की भाषा निराशाजनक हो चली है। मोदी द्वारा मनमोहन सिंह के बारे में रेनकोट पहनकर नहाने वाले बयान की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, 'उनकी भाषा में उनकी खीझ झलकती है।'

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दो पूर्व प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी तथा पी.वी.नरसिम्हा राव के राजनीतिक सहयोगी रह चुके जितेंद्र प्रसाद के बेटे जितिन प्रसाद ने कहा, 'उनकी भाषा से यह झलकता है कि प्रदेश में वह चुनाव हार रहे हैं..हम भारी जीत के प्रति आश्वस्त हैं।'

जितिन प्रसाद ने अपना राजनीतिक कैरियर साल 2001 में युवा कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के तौर पर शुरू किया था। वह पहली बार साल 2004 में शाहजहांपुर से लोकसभा सदस्य चुने गए। उन्होंने साल 2009 में धौरहरा से लोकसभा चुनाव जीता और संप्रग सरकार में राज्यमंत्री बने। साल 2014 में वह धौरहरा से चुनाव हार गए।

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