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आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले बराक ओबामा- हिंदू या महिला कोई भी बन सकता है अमेरिका का राष्ट्रपति

अमेरिका 44वें राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को आखिरी प्रेस कांफ्रेंस करते हुए देश में महिला व अन्य धर्मों के लोगों के भी इस पद पर पहुंचने की उम्मीद जताई।

Updated on: 19 Jan 2017, 03:04 PM

नई दिल्ली:

अमेरिका 44वें राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को आखिरी प्रेस कांफ्रेंस करते हुए देश में महिला व अन्य धर्मों के लोगों के भी इस पद पर पहुंचने की उम्मीद जताई। अमेरिका में दोबारा किसी अश्वेत राष्ट्रपति होने की संभावना के सवाल पर ओबामा ने कहा कि एक समय पर हमारे पास मिश्रित राष्ट्रपतियों का पूरा गुच्छा होगा।

ओबामा ने कहा,' सच तो ये है कि हमने सभी को मौके देते रहने की प्रकिया को जारी रखा है। मेरा मानना है कि लैटिन अमेरिकी , यहूदी या फिर हिंदू सभी समुदायों के लोग इस पद पर पंहुचने के लायक होंगे। मुझे तो लगता है कि जल्द ही यूएस को वुमन प्रेसिडेंट भी मिलेगी।'

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नस्लीय भेदभाव पर चर्चा करते हुए ओबामा ने कहा कि जिस शख्स में काबिलियत होती है, वह अपने नस्ल और जाति को छोड़ कर आगे बढ़ सकता है। ओबामा ने कहा, 'मुझे अपने देश में विश्वास है। मुझे अमेरिकी लोगों में विश्वास है। मुझे लगता है कि लोग बुराई की तुलना में अधिक अच्छे हैं।'

इस दौरान ओबामा ने प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व पर भी विचार रखे। उन्होंने अमेरिकी लोकतंत्र के लिए प्रेस की आजादी को जरूरी बताया। उल्लेखनीय ट्रंप कई बार विभिन्न मीडिया संस्थानों को खुले तौर पर अपमानित कर चुके हैं। ट्रंप ने तो मीडिया को बेईमान तक कह दिया है।

ओबामा ने कहा कि वे अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद विभिन्न मुद्दों पर दबाव बनाने से बचेंगे, क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि ट्रंप उनकी सलाह सुनेंगे। उन्होंने कहा कि इसकी बजाय वह कुछ लिखना पसंद करेंगे।

 

IANS के इनपुट के साथ