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पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेंगी वामपंथी पार्टियां

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने कहा है कि उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में वामपंथी दल किसी दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगे।

Updated on: 08 Jan 2017, 11:59 PM

highlights

  • पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में गठबंधन के बिना चुनाव लड़ेंगी वामपंथी दल
  • सीपीएम ने हालांकि पंजाब में आम आदमी पार्टी से हाथ मिलाने को लेकर संकेत दिए है

नई दिल्ली:

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने कहा है कि उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में वामपंथी दल किसी दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेंगे।

वहीं सीपीआई ने कहा कि वामपंथी दलों को अन्य लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ हाथ मिलाने का विकल्प खुला रखना चाहिए ताकि 'सांप्रदायिक ताकतों' को परास्त किया जा सके।

सीपीएम की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'सीपीएम के साथ अन्य वामपंथी दल इन राज्यों के चुनाव में स्वतंत्र रूप से लड़ेगे ताकि वह लोगों को खतरनाक नव उदारवादी नीतियों और सांप्दायिक ध्रुवीकरण के खिलाफ विकल्प दे सके।'

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पार्टी की मुख्य चुनौती सांप्रदायिक ताकतों से निपटने पर होगी। येचुरी ने उत्तर प्रदेश में किसी तरह के महागठबंधन की संभावनाओं से इनकार किया।

येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी हालांकि पंजाब में आम आदमी पार्टी से हाथ मिलाने के बारे में सोच सकती है लेकिन आप को आर्थिक नीतियों और सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई पर उनकी नीतियों को साफ करना होगा।