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चुनाव आयोग के फैसले को अदालत में चुनौती देंगे अरविंद केजरीवाल, आचार संहिता के उल्लंघन के खिलाफ चुनाव आयोग ने लगाई थी कड़ी फटकार

आचार संहिता के उल्लंघन के मामले को चुनाव आयोग के फटकार लगाए जाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आयोग के फैसले को चुनौती दिए जाने मन बना चुके हैं।

Updated on: 21 Jan 2017, 10:51 PM

highlights

  • चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ अदालत जाएंगे अरविंद केजरीवाल
  • गोवा में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में चुनाव आयोग ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल को लगाई थी कड़ी फटकार

New Delhi:

आचार संहिता के उल्लंघन के मामले को चुनाव आयोग के फटकार लगाए जाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आयोग के फैसले को चुनौती दिए जाने मन बना चुके हैं।

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'मेरे खिलाफ चुनाव आयोग का फैसला बिलकुल गलत है। निचली अदालत ने मेरे पक्ष में फैसला दिया था लेकिन चुनाव आयोग ने इस फैसले को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। हम इस अदालत में इस फैसले के खिलाफ चुनौती देंगे।'

चुनाव आयोग की तरफ से पार्टी की मान्यता रद्द करने की चेतावनी के फैसले को 'गैरकानूनी, असंवैधानिक और गलत' करार देते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह चुनाव आयोग के फैसले को अदालत में चुनौती देंगे।

शिरोधा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा में उन्होंने कहा, 'मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि चुनाव आयोग क्या चाहता है। इससे रिश्वतखोरी नहीं बंद हो सकती, चारों तरफ जमकर पैसा चल रहा है।' उन्होंने आगे कहा, 'चुनाव आयोग यह कहना चाहता है कि जो केजरीवाल कह रहे हैं (उनसे पैसे लेलें, मुझे वोट करें) वह मत करें।'

केजरीवाल ने कहा, 'मैं लोगों से सिर्फ यह कह रहा हूं कि अगर कांग्रेस और बीजेपी आपको पैसे देती है तो उसे ले लें लेकिन वोट मुझे दीजिए। इसमें भ्रष्टाचार कहां है? अगर मैंने कहा होता कि मुझसे पैसे लेकर मुझे वोट दीजिए तब यह भ्रष्टाचार माना जाता। मैंने चुनाव आयोग को लिखित जवाब दे दिया है।'

आयोग को सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कहा, 'मैं समझता हूं कि चुनाव आयोग को इसे अपना नारा बना देना चाहिए कि उन्हें वोट न दें जो आपको पैसे दें, वोट उन्हें दें जो आपको पैसे न दें।' केजरीवाल ने 8 जनवरी को गोवा के बेनौलिम विधानसभा क्षेत्र में एक रैली में कथित तौर पर कहा था, 'यदि कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवार पैसे देते हैं तो मना मत कीजिए। उसे ले लीजिए क्योंकि यह आपका पैसा है।लेकिन जब वोट देने की बात आए तो आप उम्मीदवार के सामने वाला बटन ही दबाइए।'

इससे पहले चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा था कि अगर वह आगे भी इस तरह का उल्लंघन करते है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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आदेश के मुताबिक, 'अगर भविष्य में आपने आदर्श आचार संहिता का इसी तरह उल्लंघन किया, तो आयोग चुनाव चिन्ह (आरक्षण एवं आवंटन) आदेश 1968 के पैरा 16ए सहित अपने पास मौजूद तमाम शक्तियों का इस्तेमाल कर आपके और आपकी पार्टी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।'

केजरीवाल पर आरोप है कि उन्होंने 'जानबूझकर' गोवा विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए मतदाताओं को रिश्वत लेने को उकसाया। पिछले सप्ताह गोवा में चार विभिन्न रैलियों में केजरीवाल ने कहा था कि लोगों को केवल पांच हजार रुपये ही स्वीकार नहीं करना चाहिए, बल्कि रिश्वत देने के इच्छुक नेताओं से 10,000 रुपये की मांग करनी चाहिए, लेकिन वे अपना वोट आम आदमी पार्टी (आप) को ही दें।

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की शिकायत के बाद निर्वाचन आयोग ने 16 जनवरी को केजरीवाल को नोटिस दिया और 19 जनवरी तक उसका जवाब देने के लिए कहा। केजरीवाल ने जब अपने महाधिवक्ता कैलाश गहलोत के मार्फत जवाब भिजवाया, तो आयोग ने कहा कि वह जवाब से संतुष्ट नहीं है और यह पूरी तरह यकीन दिलाने वाला नहीं है।