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नोटबंदी इफेक्ट्स: जानें मारुति, होंडा, फॉक्‍सवैगन के क्या हैं खास ऑफर (Video)

500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों को बंद कि‍ए जाने के बाद ऑटोमोबाइल इंडस्‍ट्री पर भी इसका असर पड़ा है।

Updated on: 01 Dec 2016, 12:03 AM

नई दिल्ली:

500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों को बंद कि‍ए जाने के बाद ऑटोमोबाइल इंडस्‍ट्री पर भी इसका असर पड़ा है। कंपनि‍यों और डीलर्स का कहना है कि पुरानी कारों की इन्‍वेंटरी ज्‍यादा दि‍न तक नहीं रखा जा सकता है। ऐसे में कम मार्जि‍न पर भी स्‍टॉक क्‍लि‍यर करना पड़ सकता है। कंपनि‍यों की ओर से कस्‍टमर्स को कैश डि‍स्‍काउंट और दूसरे एक्‍सचेंज और फाइनेंशल ऑफर्स भी दि‍ए जा रहे हैं।

मारुति सुजुकी

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी अपनी कारों पर 10000 से लेकर 70000 रुपये तक का डिस्काउंट दे रही है। इसके अलावा ग्राहकों को जीरो डाउनपेमेंट का भी विकल्प भी मिल रहा है।

ह्युंडई

ह्युंडई ने अपने ग्राहकों को 10 हजार रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक की छूट देने का ऐलान किया है। कैश डि‍स्‍काउंट के अलावा, कंपनी की तरफ से मुफ्त बीमा और एक्सचेंज बोनस भी दिया जा रहा है।

होंडा

नोटबंदी के बाद बाजार में खरीदारों की कमी की आशंका से निपटने के लिए कार कंपनियां कमर कस चुकी हैं। कार निर्माता कंपनी होंडा भी आकर्षक ऑफर दे रही है। होंडा कारों के 2016 के मॉडल पर कैश बेनिफि‍ट और एक रुपए में होंडा एश्यॉर्ड दि‍या जा रहा है।

होंडा जैज की कीमत में 40 हजार तक की छूट मिल सकती है और अगर आप होंडा अमेज खरीदना चाहते हैं तो 43 हजार तक का डिस्काउंट मिल सकता है।

फॉक्‍सवैगन

कैशलेस मार्केटिंग के इस दौर में कार कंपनी फॉक्‍सवैगन ने भी अपनी तरफ से आकर्षक स्कीम पेश की है। कंपनी की ओर से पोलो कार खरीदने पर जीरो डाउन पेमेंट का ऑफर दिया गया है।

वेंटो के डीजल मॉडल पर 0 फीसदी की ब्‍याज दर पर लोन का ऑफर दि‍या जा रहा है। फॉक्सवैगन 10 हजार रुपए तक का एक्‍सचेंज बोनस भी दे रही है।

शेवरले 

इसी तरह शेवरले भी अपने कई मॉडल्स पर डिस्काउँट, एक्सचेंज बोनस और एक साल फ्री इंश्योरेंस का ऑफर दे कर ग्राहकों को जोड़ने की कोशिश कर रही है। कई ऑटोमोबाइल कंपनियां शत प्रतिशत फाइनेंस की सुविधा भी दे रही हैं।

कार डीलर्स का कहना है कि पुरानी कारों के स्टॉक को ज्‍यादा दि‍न तक रखना व्यापार के लिहाज से फायदेमंद नहीं है। ऐसे में वो कम मार्जि‍न पर भी कार बेचने के लिए तैयार हैं।

आम तौर पर कार कंपनियां अपना सालाना स्टॉक क्लियर करने के लिए दिसंबर में ऑफर देती हैं। लेकिन इस बार नोटबंदी की वजह से ये ट्रेंड नवंबर में ही शुरू हो गया है और इससे जहां एक तरफ आम उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा। वहीं ऑटोमोबाइल उद्योग का कारोबार भी चमकेगा।