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बेटे अखिलेश के खिलाफ मुलायम ने खेला 'मुस्लिम कार्ड', कहा मुस्लिम हितों के लिए अखिलेश के खिलाफ चुनाव भी लड़ सकता हूं

समाजवादी पार्टी पर नियंत्रण को लेकर चल रही लड़ाई को लेकर चुनाव आयोग का फैसला आने से पहले मुलायम सिंह ने मुस्लिम कार्ड खेलते हुए अपने बेटे अखिलेश यादव पर बड़ा आरोप लगाया है।

Updated on: 16 Jan 2017, 05:10 PM

highlights

  • चुनाव आयोग के फैसले से ठीक पहले मुलायम ने अखिलेश के खिलाफ मुस्लिम कार्ड
  • मुलायम ने कहा अगर मुस्लिम हितों की बात आई तो मैं अखिलेश के खिलाफ चुनाव लड़ने से पीछे नहीं हटूंगा

Nerw Delhi:

समाजवादी पार्टी पर नियंत्रण को लेकर चल रही लड़ाई को लेकर चुनाव आयोग का फैसला आने से पहले मुलायम सिंह ने मुस्लिम कार्ड खेलते हुए अपने बेटे अखिलेश यादव पर बड़ा आरोप लगाया है।

मुलायम ने अखिलेश पर मुसलमानों के प्रति नकारात्मक रूख रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा अगर अखिलेश उनकी बात नहीं मानते हैं तो वह उनके खिलाफ चुनाव लड़ने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

सोमवार को चुनाव आयोग साइकिल चुनाव चिह्न को लेकर फैसला सुनाने वाला है। मुलायम सिंह को पार्टी के नैशनल प्रेसिडेंट के पद से हटाए जाने के बाद पार्टी दो फाड़ हो गई थी। इसके बाद मुलायम-शिवपाल और अखिलेश-रामगोपाल खेमे ने पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर दावेदारी ठोकी थी। मुलायम ने कहा यह चुनाव आयोग पर निर्भर करता है वरना वह इस लड़ाई को अदालत में ले जाने से भी नहीं चूकेंगे।

मुलायम ने कहा, 'मैंने हमेशा से ही मुसलमानों की वकालत की है। जब मैंने मुस्लिम को राज्य का डीजीपी बनाया तब अखिलेश ने मुझसे 15 दिनों तक बात नहीं की। वह इस पोस्ट पर किसी मुस्लिम को नहीं देखना नहीं चाहते थे। यह मुस्लिम विरोधी था।'

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सपा संस्थापक ने कहा अखिलेश का मुसलमानों के प्रति बर्ताव 'नकारात्मक' रहा है और वह हमेशा रामगोपाल के हाथों में खेलते रहे हैं जो 'बीजेपी से दिशानिर्देश लेते रहते हैं।'

उन्होंने कहा, 'अखिलेश रामगोपाल के हाथों में खेल रहे हैं। अगर वह मेरी नहीं सुनते हैं तो मैं उनके खिलाफ लड़ूंगा।' मुलायम ने कहा, 'मैंने मुसलमानों के लिए जिया है और मैं उनके लिए मरुंगा। अगर मुस्लिम हितों की बात आती है तो मैं अखिलेश से भी लड़ूंगा।'

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मुलायम ने कहा, 'मैंने पार्टी बनाने के लिए काफी बलिदान दिया है। अखिलेश मेरी बात नहीं सुन रहे हैं और उन्होंने महिलाओं समेत कई मंत्रियों को बर्खास्त किया है। वरिष्ठ मंत्रियों को बिना कारण बर्खास्त किया गया।'

इससे पहले मुलायम अपने भाई शिवपाल के घर पहुंचे और फिर पार्टी ऑफिस जाकर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मुलायम ने कहा कि वह पार्टी बचाने की हर कोशिश कर रहे है लेकिन अखिलेश इस बात को नहीं समझ रहे हैं।

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