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ट्रंप ने नील गोरसच को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का जज मनोनीत किया, डेमोक्रेट सदस्यों का कड़ा विरोध

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नील गोरसच को नामित किया है। इस चयन पर डेमोक्रेट सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया है।

Updated on: 01 Feb 2017, 05:25 PM

नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नील गोरसच को नामित किया है। इस चयन पर डेमोक्रेट सदस्यों ने कड़ा विरोध जताया है।

कोलोराडो में जन्मे और पले-बढ़े 49 साल के गोरसच टेंथ सर्किट की अमेरिकी अपीली अदालत में सेवारत हैं। वह पिछले 25 साल में सुप्रीम कोर्ट के लिए के लिए मनोनीत किये गए सबसे कम उम्र के उम्मीदवार हैं।

व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम से टीवी पर घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘मुझे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पद के लिए जज नील गोरसच के नॉमिनेशन की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। ’’

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साल 2006 में, तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने उन्हें टेंथ सर्किट की अमेरिकी अपीली अदालत के लिए नॉमिनेट किया था और उनके नाम को बिना किसी आपत्ति के ध्वनिमत के साथ मंजूरी दी गई थी।

मनोनीत किये जाने पर गोरसच ने कहा, ‘‘यह नॉमिनेशन पाकर मैं सम्मानित और आभारी महसूस कर रहा हूं। मैं इस प्रक्रिया की शुरुआत के लिए आने वाले सप्ताहों में सीनेटरों से मुलाकात का इंतजार कर रहा हूं।’’

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ट्रंप ने अपने संदेश में कहा है, "गोरसच के पास बेहतरीन कानूनी क्षमता है। वह तेजतर्रार और अनुशासित हैं और उन्हें सभी का समर्थन हासिल है।"

नील गोरसच के नॉमिनेशन से बंदूक रखने के अधिकारों और गर्भपात जैसे मुद्दों पर असर पड़ सकता है।

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