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राजनीतिक दलों को टैक्स छूट पर ममता ने कहा, इसके पीछे केंद्र की 'गुप्त मंशा'

नोटबंदी का मुखर रूप से विरोध कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है।

Updated on: 17 Dec 2016, 08:14 PM

highlights

  • राजनीतिक दलों को टैक्स में छूट देने पर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा
  • ममता बनर्जी ने कहा, राजनीतिक दलों को कर से छूट देने के पीछे गुप्त मंशा
  • नोटबंदी के फैसले का विरोध कर रही हैं ममता बनर्जी

कोलकाता:

नोटबंदी का मुखर रूप से विरोध कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। राजनीतिक दलों को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को जमा कराने के दौरान कर में छूट को लेकर कहा कि इससे पीछे 'गुप्त मंशा' है।

ममता ने ट्विटर कर कहा, 'अगर 500 और 1000 रुपये के नोट अवैध हैं, तो वे यह दिखाने की कोशिश कैसे कर रहे हैं कि आम जनता और राजनीतिक पार्टियों में फर्क है।'

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'क्या इसके पीछे कोई खास मकसद है? क्या वे किसी एक राजनीतिक पार्टी के कैडर को कोई गुप्त संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं? यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि शीर्ष सरकारी अधिकारी कैसे भ्रामक और गुमराह करने वाले बयान दे रहे हैं। यहां तक कि इन बयानों के आने का समय भी साबित करता है कि इसके पीछे कोई गुप्त मकसद हो सकता है।'

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा था, 'राजनीतिक पार्टियों पर 500 और हजार के पुराने नोट अपने खाते में जमा करने पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। राजनीतिक पार्टियों को इनकम टैक्स कानून के तहत पहले से ही छूट मिली हुई है।'

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टीएमसी अध्यक्ष ने भ्रामक और गुमराह करने वाले बयानों पर स्पष्टीकरण की मांग की। उन्होंने कहा, 'अब ये भ्रामक और गुमराह करने वाले बयान क्यों? उन्हें स्पष्टीकरण देना होगा। उन्हें स्पष्ट करना होगा कि नोटबंदी का मतलब सभी के लिए नोटबंदी है। सभी के लिए नियम एक समान हैं।'

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