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राहुल ने कहा, सरकार के पास सवालों के जवाब नहीं, संसद में करेंगे बेनकाब

कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। खबर है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों की वजह से वो बैठक में हिस्सा नहीं ले पाएंगी।

Updated on: 07 Nov 2016, 03:36 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए  राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि देश इस वक्त लोकतंत्र के काले दौर से गुज़र रहा है। 

कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। खबर है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों की वजह से वो बैठक में हिस्सा नहीं ले पाएंगी।

लाइव अपडेट:


# बीजेपी की राज्य सरकारें भूमि अधिग्रहण और रियल स्टेट लेजिसलेशन जैसे संसद द्वारा पारित कानूनों को कमजोर कर रही हैं साथ ही मनरेगा के तहत लोगों को काम भी नहीं दिया जा रहा है 

# सरकार पर सवाल उठाने वाले टीवी चैनलों को बंद कराया जा रहा है और विपक्षी नेताओं को भी गिरफ्तार किया जा रहा है

# सरकार उन सवालों का सामना नहीं करना चाहती जिसका जवाब उसके पास नहीं है, संसद सत्र के दौरान हम सरकार को बेनकाब करेंगे  

# सरकार पाकिस्तान से निपटने में ठोस निर्णय नहीं ले पा रही है 

# आने वाले चुनावों में बीजेपी जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश करेगी और उसकी इस कोशिश को नाकाम करने की ज़िम्मेदारी हमारी होगी

# हमारे जवानों को ओआईओपी नहीं दिया गया है और विकलंगता पेशन में भी कटौती कर दी गई है

# राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है

# मोदी सरकार सत्ता के नशे में है और जो उनसे सहमत नहीं हैं उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है

कांग्रेस कार्य समिति पार्टी की बैठक अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश और अन्य दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र हो रही है।

पा्टी सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने पर कोई फैसला नहीं लिया जाएगा। आधिकारिक तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बैठक में न शामिल होने की वजह स्वास्थ्य कारण बताया जा रहा है। लेकिन राजनीतिक हलकों में ऐसा भी माना जा रहा है कि चुनावों में राहुल गांधी पार्टी का चेहरा हैं, और उनको पार्टी की कार्य समिति की अध्यक्षता करने के फैसले के पीछे राजनीतिक कारण भी हैं।

दरअसल राहुल गांधी की कार्य क्षमता पर विपक्ष और कई बार पार्टी में भी सवाल उठाए जाते रहे हैं। एसे में कार्य समिति चुनावों को लेकर जो रणनीति बनाएगी उस पर राहुल की छाप होगी।