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सेंसेक्स में जबरदस्त 450 अंकों की उछाल, निफ्टी 8200 के पार

मजबूत वैश्विक संकेतों के दम पर गुरुवार को शेयर बाजार तेजी के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सुबह 129.65 अंकों की तेजी के साथ 26366.52 पर खुला जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला निफ्टी 50.05 अंकों की तेजी के साथ 8,152.10 पर खुला।

Updated on: 08 Dec 2016, 03:53 PM

highlights

  • बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सुबह 129.65 अंकों की तेजी के साथ 26366.52 पर खुला
  • एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी 50.05 अंकों की तेजी के साथ 8,152.10 पर खुला
  • मजबूत वैश्विक संकेतों के दम पर गुरुवार को शेयर बाजार तेजी के साथ खुले

New Delhi:

मजबूत वैश्विक संकेतों के दम पर गुरुवार को सेंसेक्स 457.41 अंकों की जबरदस्त उछाल के बाद 26,694.28 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 8200 के अहम सपोर्ट लेवल के ऊपर बंद हुआ। गुरुवार को निफ्टी 144.80 अंकों की मजबूती के साथ 8246.85 पर बंद हुआ।

गुरुवार की सुबह बाजार तेजी के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सुबह 129.65 अंकों की तेजी के साथ 26366.52 पर खुला जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला निफ्टी 50.05 अंकों की तेजी के साथ 8,152.10 पर खुला।

फिलहाल सेंसेक्स 400 अंकों की तेजी के साथ 26,632.93 पर ट्रेड कर रहा है। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, मारुति, अदानी पोर्ट्स, आईटीसी और बजाज ऑटो के शेयरों में तेजी आई है।

वहीं निफ्टी 8200 के स्तर को पार करने में सफल रहा। फिलहाल निफ्टी करीब 130 अंकों की मजबूती के साथ 8224.35 पर ट्रेड कर रहा है। निफ्टी में 46 शेयर हरे निशान में जबकि 5 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।

मेटल, बैंकिंग, ऑटो, एफएमसीजी, आईटी, कैपिटल गुड्स और ऑयल एंड गैस में जबरदस्त खरीदारी की वजह से सेंसेक्स में शानदार उछाल देखने को मिल रहा है। बैंकिंग इंडेक्स फिलहाल करीब 300 अंकों की तेजी के साथ काम कर रहा है वहीं ऑटो इंडेक्स में करीब 500 अंकों की तेजी आई है।

बाजार में चौतरफा खरीदारी के बीच मिड कैप इंडेक्स में करीब 150 अंकों की और स्मॉल कैप इंडेक्स में 150 अंकों की तेजी आई है। बुधवार को आरबीआई की मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद शेयर बाजारों में करीब 150 अंकों की गिरावट आई थी।

नोटबंदी के बाद आरबीआई की पहली समीक्षा बैठक हुई थी, जिसमें आरबीआई ने ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं करते हुए मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी के अनुमान को 7.6 फीसदी से घटाकर 7.1 फीसदी कर दिया था।