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विपक्ष ने नियम 184 के तहत नोटबंदी पर बहस की मांग की, हंगामे के बीच चला बुधवार को संसद का सत्र

लोकसभा में बुधवार को भी नोटबंदी पर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर सरकार पर जमकर हमला बोला। विपक्ष मतविभाजन के साथ चर्चा पर जोर देता रहा जबकि शोरगुल को दरकिनार करते हुए सदन की कार्यवाही जारी रही।

Updated on: 07 Dec 2016, 06:49 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा में बुधवार को भी नोटबंदी पर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर सरकार पर जमकर हमला बोला। विपक्ष मतविभाजन के साथ चर्चा पर जोर देता रहा जबकि शोरगुल को दरकिनार करते हुए सदन की कार्यवाही जारी रही।

विपक्षी सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए और हंगामा किया। शोरगुल के बीच हालांकि शून्यकाल लगभग आधे घंटे तक चला। अपराह्न दो बजे सदन की कार्यवाही एक बार फिर शुरू होने के बाद इसे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों ने नियम 184 के तहत नोटबंदी पर बहस की मांग की, जिसमें मतविभाजन का प्रावधान है।

इससे पहले विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव (नियम 56) के तहत चर्चा की मांग की थी, जिसे सरकार के नोटबंदी के कदम की निंदा के रूप में देखा गया था। चर्चा के लिए बीजू जनता दल (बीजद) के नेता भर्तृहरि महताब तथा तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता ए.पी.जितेंद्र रेड्डी के नोटिस को अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद मुद्दे पर सोमवार को नियम 193 के तहत चर्चा शुरू हुई, लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं चल सकी।

बुधवार को प्रश्नकाल लगभग आधे घंटे तक चला, जिसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी। अध्यक्ष ने विपक्ष के विरोध को ड्रामा करार दिया। महाजन ने कहा, "यह हर रोज का नाटक है। अगर आप बहस चाहते हैं, तो आप बहस अभी शुरू कर सकते हैं।"

सदन की कार्यवाही दोपहर में शुरू हुई पर हालात में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। विपक्ष ने 'मोदी सरकार हाय हाय' जैसे नारे लगाए, लेकिन अध्यक्ष ने शून्यकाल की कार्यवाही जारी रखी। हंगामा हालांकि समय के साथ बढ़ता गया। शून्यकाल की कार्यवाही खत्म होने के बाद अपराह्न एक बजे से कुछ वक्त पहले सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

अपराह्न दो बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, तो विपक्ष ने नोटबंदी पर मतविजान के साथ चर्चा की मांग को लेकर फिर से हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।