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खेल मंत्रालय ने आईओए के खिलाफ जारी किया कारण बताओ नोटिस

आईओए ने मंगलवार को वार्षिक आमसभा में कलमाड़ी और चौटाला को सर्वसम्मति से अपना आजीवन मानद अध्यक्ष चुना।

Updated on: 30 Dec 2016, 12:04 AM

नई दिल्ली:

घोटालों के आरोपी सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) का आजीवन मानद अध्यक्ष बनाए जाने की आलोचना करते हुए केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने गुरुवार को कहा कि आईओए के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। आईओए ने मंगलवार को वार्षिक आमसभा में कलमाड़ी और चौटाला को सर्वसम्मति से अपना आजीवन मानद अध्यक्ष चुना।

गोयल ने बताया, 'हमने आईओए को बुधवार को ही कारण बताओ नोटिस भेज दिया है और उनसे 30 दिसंबर तक जवाब देने को कहा गया है कि सरकार क्यों आईओए का समर्थन करना बंद न करे? अगर आईओए अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के नियमों, अपने संविधान और राष्ट्रीय खेल नियम का पालन नहीं करती है तो सरकार को उसे समर्थन देने के बारे में सोचना पड़ेगा।'

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उन्होंने कहा, 'जब कोई सरकार का समर्थन लेता है और देश का प्रतिनिधित्व करता है तो वह सरकार से बड़ा नहीं हो सकता। मेरा मानना है कि देश की किसी भी स्वतंत्र संस्था को मनमाने तरीके से काम करने का अधिकार नहीं है।'

गोयल ने आईओए के अध्यक्ष एन. रामचंद्रन को भी एजीएम में इस मुद्दे को लाने के लिए आड़े हाथों लिया है। गोयल का कहना है कि यह मुद्दा एजीएम का हिस्सा नहीं था।

गोयल ने कहा, 'मेरा मानना है कि आईओए के अध्यक्ष रामचंद्रन इसके लिए समान रूप से दोषी हैं। वह इस मुद्दे को बैठक में लेकर आए जो उसका हिस्सा नहीं था।'

उन्होंने कहा, 'आईओए का काम बुनियादी नियमों के मुताबिक काम करना और अच्छा प्रशासन देना है, लेकिन उन्होंने दो ऐसे लोगों को आजीवन अध्यक्ष बनाया जिनके नाम देश की शीर्ष अदालत में चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों में दाखिल आरोप-पत्र में दर्ज हैं।'