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सेक्स वर्कर्स के लिए पुनर्वास योजना बनाने को लेकर मालीवाल ने चीफ सेक्रेटरी को लिखा खत

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा कर सेक्स वर्कर्स के लिए पुनर्वास योजना बनाने में हो रही देरी को लेकर अवगत करवाया है।

Updated on: 20 Jan 2017, 03:09 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने चीफ सेक्रेटरी डॉ एमएम कुट्टी को पत्र लिखा कर मानव तस्करी की पीड़िताओं और जीबी रोड में रह रही सेक्स वर्कर्स के लिए पुनर्वास योजना बनाने में हो रही देरी को लेकर अवगत करवाया है।

अपने पत्र में महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिखा है कि पिछले डेढ़ साल में महिला आयोग ने उनकी अगुवाई में जीबी रोड पर बने वैश्यालयों का कई बार निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होंने देखा है कि यहां रहने वाली मिहलाओं का शारीरिक शोषण किया जाता है।

मालीवाल ने अपने पत्र में याद दिलाते हुए लिखा है कि सितंबर 2015 में वे दिल्ली के तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी केके शर्मा से मिली थी और उनसे ह्यमून ट्रैफिकिंग को रोकने और उनके रिहेब्लीटेशन के लिए बनाई गई स्टेट लेवल को-आर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग बुलाने की मांग की थी।

मालीवाल ने पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि इस कमेटी को 2012 में गठित किया गया था। आयोग की सक्रियता के बाद2015 अक्टूबर में पहली बार इस कमेटी की मीटिंग बुलाई गई। जिसमें ट्रैफिकिंग विक्टिम और सेक्स वर्कर्स के लिए पुनर्वास योजना बनाने पर सहमति बनी थी।

आयोग ने हैरानी जताते हुए कहा है कि अक्टूबर 2015 में हुई स्टेट लेवल की को-आर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग में भी डब्ल्यूडीसी डिपार्टमेंट ने बताया था कि पहले सर्वे किया जाएगा उसके बाद ट्रैफिकिंग विक्टिम्स के रिहेब्लीटेशन के लिए पॉलिसी बनाई जाएगी। 

डब्ल्यूसीडी डिपार्टमेंट ने अभी तक रिहेब्लीटेशन पॉलिसी बनाने की ओर कोई कदम नहीं उठाया है जिससे दिल्ली महिला आयोग बहुत आहत है। इसके साथ ही अभी तक जीबी रोड पर रहने वाली सेक्स वर्कर्स के बच्चों के लिए भीअभी डब्ल्यूसीडी डिपार्टमेंट ने कोई योजना नहीं बनाई है। 

दिल्ली महिला आयोग ने चीफ सेक्रेटरी से गुजारिश की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए ट्रैफिकिंग विक्टिम और सेक्स वर्कर्स के लिए पॉलिसी बनवाएं। पॉलिसी बनाने में दिल्ली महिला आयोग,एनजीओ और एक्सपर्ट से भी राय लिया जाए।

इसके साथ जीबी रोड के सेक्स वर्कर्स के बच्चों के रिहेब्लीटेशन व स्टेट लेवल को-आर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग बुलाने पर जल्द निर्णय लिया जाए। क्योंकि इससे पहले सात बार इस कमेटी की मीटिंग स्थगित की जा चुकी है।

अंत में मालीवाल ने लिखा कि जीबी रोड ह्यूमन ट्रैफिकिंग का अड्डा बना हुआ है। जिस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने के लिए चीफ सेक्रेटरी की दखल बहुत जरुरी है।