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यूपी विधानसभा चुनाव: सपा से सीएम अखिलेश की बर्खास्तगी पर कैसे रिएक्ट किया बीजेपी और कांग्रेस ने

समाजवादी पार्टी (सपा) में जारी आर-पार की लड़ाई ने विरोधियों को हमला करने का मौका दे दिया है। बीजेपी परिवारवाद की पार्टी बता रही है।

Updated on: 30 Dec 2016, 08:51 PM

highlights

  • सपा प्रमुख ने अपने सीएम बेटे अखिलेश यादव को पार्टी से निकाला
  • बीजेपी ने कहा, परिवार टूटता है तो पार्टी अपने आप टूट जाएगी
  • कांग्रेस ने बताया समाजवादी पार्टी का आंतरिक मामला

नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी (सपा) में जारी आर-पार की लड़ाई ने विरोधियों को हमला करने का मौका दे दिया है। बीजेपी सपा को परिवारवाद की पार्टी बता रही है। कांग्रेस की प्रतिक्रिया सधी हुई है वहीं जेडीयू इसे पार्टी का आंतरिक मामला बता कर चुप है। वहीं यूपी की प्रमुख विपक्षी पार्टी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है।

सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव और भाई राम गोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। अब सब की निगाहें अखिलेश के फैसले पर टिकी है। वह रात 9 बजे प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे।

सपा में तकरार पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कहा कि यह परिवारवाद की पार्टी है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, 'यह परिवार की पार्टी है, अगर परिवार टूटता है तो पार्टी अपने आप टूट जाएगी।'

वहीं गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश को नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

और पढ़ें: मुलायम सिंह यादव ने बेटे अखिलेश यादव और भाई राम गोपाल को पार्टी से 6 साल के लिए निकाला

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता है। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है। हम किसी भी पार्टी के आंतरिक मामलों पर कमेंट नहीं करेंगे।'

जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) सांसद शरद यादव ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है।'