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बिहार टॉपर्स स्कैम: एक आरोपी की मौत, पुलिस के खिलाफ FIR

बिहार के चर्चित टॉपर स्कैम के एक आरोपी दिवाकर प्रसाद की कथित तौर पर छत से गिरने से मौत हो गई।

Updated on: 09 Dec 2016, 01:28 PM

highlights

  • बिहार टॉपर्स स्कैम का आरोपी दिवाकर प्रसाद की छत से गिरने से मौत
  • दिवाकर के घर छापेमारी के लिए पहुंची थी पुलिस
  • 6 पुलिस कर्मी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज 

नई दिल्ली:

बिहार के चर्चित टॉपर्स स्कैम के एक आरोपी दिवाकर प्रसाद की कथित तौर पर छत से गिरने से मौत हो गई। इससे पहले पटना के बहादुरपुर थाना क्षेत्र की पुलिस दिवाकर को गिरफ्तार करने गई थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दिवाकर को बालकनी से धक्का दे दिया जिसमें उसकी मौत हो गई।

बहादुरपुर थाने ने गिरफ्तार करने गए 6 पुलिसकर्मियों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की है।

दिवाकर प्रसाद के बेटे विक्रम ने बताया, 'पुलिस रात 10 बजे छापेमारी के लिए पहुंची। परिवार के लोग घर में थे। दूसरी मंजिल से पुलिस ने नीचे उतार दिया। मकान में रहने वाले लोगों को कहा कि कमरे से बाहर नहीं निकलना है। इसके बाद पुलिस पिता के रूम में पहुंची। चीखने की आवाज आने लगी।'

पुलिस के जाने के बाद वे घर के पिछ में नीचे गिरे मिले। आनन-फानन में उन्हें पटना के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शुक्रवार को बताया कि दिवाकर प्रसाद सिंह के बेटे के बयान के आधार पर गुरुवार को बहादुरपुर थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पूरी छानबीन करने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

इसी साल बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित 12वीं की परीक्षा में टॉपर्स बनाने में अनियमितता बरते जाने की शिकायत के बाद जांच कर रही विशेष अनुसंधान टीम ने दीदारगंज स्थित स्मृति पेपर मिल में छापेमारी की थी। मिल से पुलिस ने करीब साढ़े तीन हजार कॉपियां बरामद की थी।

टॉपर्स घोटाले में आठ करोड़ का प्रिंटिंग घोटाला भी शामिल है। परीक्षा में प्रयोग की जाने वाली कॉपियों की छपाई का टेंडर गुजरात की एक कंपनी को दिया गया था। लेकिन गलत तरीके से कॉपी पटना के प्रिटिंग प्रेस में छपवाया गया। इसी कॉपी का प्रयोग कर टॉपर घोटाले में फर्जीवाड़ा किया गया। प्रिटिंग प्रेस का मालिक दिवाकर प्रसाद है।

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