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नोटबंदी के खिलाफ लालू का धरना, कांग्रेस और जेडी-यू ने बनाई दूरी

नोटबंदी को लेकर जारी घमासान के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो ने बुधवार को बिहार के सभी जिला मुख्यालय पर धरना देने का ऐलान किया है।

Updated on: 28 Dec 2016, 11:31 AM

highlights

  • पटना में नोटबंदी के खिलाफ बुधवार को धरना देंगे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव
  • नोटबंदी के खिलाफ लालू की रैली से जनता दल-यूनाइटेड और कांग्रेस ने बनाई दूरी

New Delhi:

नोटबंदी को लेकर जारी घमासान के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो ने बुधवार को बिहार के सभी जिला मुख्यालय पर धरना देने का ऐलान किया है। पटना में नोटबंदी के खिलाफ धरने की अगुवाई खुद लालू यादव करेंगे।

हालांकि आरजेडी के बंद में जनता दल यूनाइटेड और कांग्रेस शामिल नहीं होगी। बिहार में महागठबंधन की सरकार में आरजेडी के अलावा, कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेड शामिल है। नीतीश कुमार इससे पहले मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की तारीफ कर चुके हैं।

बिहार के महागठबंधन को केवल बिहार की राजनीति के लिए बना गठबंधन बताते हुए नीतीश कुमार ने आरजेडी औऱ कांग्रेस के नोटबंदी के विरोध से खुद को अलग कर लिया था।

और पढ़ें: नोटबंदी के खिलाफ धरने में शामिल नहीं होगी जेडीयू, लालू बोले- ‘ईगो’ प्रॉब्लम

आरजेडी अपने धरने में नोटबंदी को लेकर पैदा हुई 'आर्थिक अराजकता' के मुद्दे को उठाएगी। पार्टी का कहना है कि नोटबंदी के बाद पूरे देश में त्राहिमाम मचा है लेकिन प्रधानमंत्री को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।

इसके साथ ही आरजेडी नोटबंदी की वजह से तबाह हुए किसान और छोटे व्यापारियों को मुआवजे दिए जाने की मांग करेगी। पार्टी छोटे व्यापारियों के लिए 50 हजार रुपये के मुआवजे की मांग करेगी। इसके अलावा 'नोटबंदी की वजह से मरने वाले' लोगों को भी उचित मुआवजा दिए जाने की मांग करेगी।