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नये नोटों की बरामदगी RBI के स्तर पर भ्रष्टाचार को दर्शाता है: चिदंबरम

पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबम ने कहा, 'नए नोटों का पकड़ा जाना आरबीआई और बैंकों के स्तर पर भ्रष्टाचार को दर्शाता है।

Updated on: 30 Dec 2016, 05:47 PM

highlights

  • नोटबंदी के लिए पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए
  • चिदंबरम ने कहा, 'नोटबंदी के लिए पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए'
  • टैक्स रेवेन्यू में वृद्धि का GDP परफॉर्मेंस से कोई सीधा संबंध नहीं है: चिदंबरम

नई दिल्ली:

नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर एक तरफ सरकार उपलब्धियां गिना रही है तो दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है। पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबम ने कहा, 'नए नोटों का पकड़ा जाना आरबीआई और बैंकों के स्तर पर भ्रष्टाचार को दर्शाता है। नोटबंदी के बाद बनी स्थिति प्रशासनिक विफलता है।'

चिदंबरम ने कहा, नए नोटों का पकड़ा जाना RBI के स्तर पर भ्रष्टाचार को दर्शाता है

चिदंबरम ने नोटबंदी से आतंक पर लगाम की दलील को भी गलत ठहराया। उन्होंने कहा, 'कोई सबूत नहीं जिससे यह कहा जा सकता है कि आतंकियों को केवल नकदी नोट से फंड दिया जाता है।' उन्होंने कहा, 'सच्चाई यह है कि अब तक 33 सुरक्षा बलों ने अपनी जान गंवाई है।'

उन्होंने कहा कि जो लोग धैर्य बनाये हुए हैं इसका यह मतलब नहीं है कि वह नोटबंदी से नाराज नहीं हैं। चिदंबरम ने नोटबंदी के बाद टैक्स प्रतिशत में हुई बढ़ोतरी पर कहा, 'टैक्स रेवेन्यू में वृद्धि का GDP परफॉर्मेंस से कोई सीधा संबंध नहीं है।'

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा था, 'कर राजस्व और संग्रह पर नोटबंदी का प्रभाव स्पष्ट है। देश में 30 नवंबर तक केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 26.2 फीसदी की वृद्धि हुई है। प्रत्यक्ष कर संग्रह में 19 दिसंबर तक 14.4 फीसदी की वृद्धि हुई है।'

और पढ़ें: जेटली ने कहा, नोटबंदी के बाद डायरेक्ट टैक्स में 13.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई

वहीं शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में दो दिवसीय डिजिधन मेले को संबोधित करते हुए पी. चिदंबरम को आड़े हाथों लिया।

मोदी ने नोटबंदी पर पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम की उस आलोचना का जवाब दिया जिसमें उन्होंने नोटबंदी पर 'खोदा पहाड़ निकला चूहिया' कहकर हमला किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने बिना चिदंबरम का नाम लिए कहा कि दरअसल मकसद ही चूहिया पकड़ना था जो अंदर ही अंदर देश के गरीबों का धन खा रही थी।