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सरकार ने कहा, आने वाले समय में दिखेगा नोटबंदी फ़ैसले का असर

तमाम विरोध झेलने के बाद सरकार ने एक बार फिर से अपना मोर्चा संभाल लिया है।

Updated on: 18 Nov 2016, 07:25 PM

नई दिल्ली:

पिछले कुछ दिनों से नोटबंदी के फ़ैसले पर सरकार बैकफ़ुट पर आ गई है। सदन से लेकर सड़क तक विपक्षी सरकार के फैसले का विरोध हो रहा है। इतना ही नहीं सरकार की सहयोगी पार्टी शिवसेना और बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी फ़ैसले लागू करने के तरीके पर सवाल खड़े कियें हैं।

तमाम विरोध झेलने के बाद सरकार ने एक बार फिर से अपना मोर्चा संभाल लिया है। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने अरविन्द केजरीवाल के फ़ैसला वापस लेने वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'आम आदमी पार्टी नाराज़ हो सकती है पर आम आदमी नाराज़ नहीं है।'

आगे उन्होंने कहा, 'देश के उज्जवल भविष्य के लिए ये सर्जरी ज़रूरी था। आम लोगों को इस फ़ैसले का परिणाम आने वाले समय में दिखेगा और बेईमान लोग धड़ाम से ज़मीन पर आ गिरेंगे।'

 

रक्षा राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने भी नोटबंदी के फ़ैसले के समर्थन में तर्क देते हुए कहा, 'पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमा से नक़ली नोटों का कारोबार चलाया जा रहा था, लेकिन इस फ़ैसले के बाद से नक़ली नोटों की तस्करी बंद हो गयी है।'

ज़ाहिर है नोटबंदी के फ़ैसले के बाद से सरकार पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने फ़ैसले को लागू करने में जल्दबाज़ी कर दी या ठीक से इसके दुष्परिणाम के बारे में सोचा नहीं। जिसका खामियाज़ा आम जनता को हर रोज़ बैंक और एटीएम के सामने कतारों में भुगतना पड़ रहा है।