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दिल्ली के 10 मेट्रों स्टेशन को कैशलेस बनाने की योजना ठंडे बस्ते में, 1 जनवरी से शुरु होना था अभियान

दिल्ली मेट्रों को कैशलेस बनाने की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में जाती हुई दिख रही है, आलोचनाओं के बाद रुका अभियान, 1 जनवरी से 10 मेट्रो स्टेशन को 'कैशलेस ट्रांसेक्शन' के लिए करना था तैयार

Updated on: 03 Jan 2017, 09:35 AM

नई:

दिल्ली मेट्रों को कैशलेस बनाने की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में जाती हुई दिख रही है। दरअसल, दिल्ली मेट्रों की 10 स्टेशन को कैशलेस बनाने की योजना के अभियान की कड़ी आलोचना हो रही थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने इस अभियान की आलोचना की थी।

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि क्योंकि मेट्रों के रोज़ाना ट्रांसेक्शन बड़े पैमाने पर होते हैं ऐसे में पेटीएम जैसी ई-वॉलेट कंपनियों का ऐप्प मौजूदा रुप में इस्तेमाल के लायक नहीं हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस प्रक्रिया में सिर्फ पेटीएम ऐप्प को शामिल किए जाने पर भी सवाल उठाया था और कहा था कि वह जांच की मांग करेंगे औऱ साथ ही संबंधित फाइलें भी देखेंगे।

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इससे पहले डीएमआरसी ने बताया था कि जल्द ही और कई और भी ई-वॉलेट कंपनियों को इस पहल से जोड़ा जाएगा। जबकि पेटीएम को यह ठेका टेंडर की एक खुली प्रक्रिया के जरिए दिया गया था। 

वहीं, सूत्रों के मुताबिक एक जनवरी को शुरू किया जाने वाला अभियान केवल व्यावहारिक कारणों से रोका गया है। दिल्ली मेट्रों के इस कैशलेस अभियान में रोहिणी ईस्ट, रोहिणी वेस्ट, एमजी रोड स्टेशन, मयूर विहार फेज़ -I, निर्माण विहार, तिलक नगर, जनकपुरी वेस्ट, नोएडा सेक्टर 15, नेहरु प्लेस और कैलाश कॉलोनी मेट्रो स्टेशन शामिल थे।