logo-image

बेगलुरू छेड़छाड़ मामला: अक्षय, सहवाग के बाद बोले विराट,मुझे इस समाज का हिस्सा बनने में शर्म आती है

नए साल के मौके पर बेंगलुरु में महिलाओं से हुई छेड़खानी का मुद्दा अब आग की तरह चारों तरफ फैल चुका है।

Updated on: 06 Jan 2017, 06:02 PM

नई दिल्ली:

नए साल के मौके पर बेंगलुरू में महिलाओं से हुई छेड़खानी का मुद्दा अब आग की तरह चारों तरफ फैल चुका है। कोई इस घटना की निंदा कर रहा है तो कोई लड़कियों को दोष दे रहा है। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी बेंगलुरू में हुई इस शर्मनाक घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया है।

कोहली ने वीडियो के जरिये अपने बात लोगों के सामने रखी। विराट ने इस वीडियो में इस तरह की घटना के खिलाफ सबको एक साथ सामने आने की अपील की है। महिलाओं के साथ अलग व्यवहार नहीं होना चाहिए। विराट ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक विडियो अपलोड कर इस घटना का विरोध जताया।

यह भी पढे़ं- बेंगलुरू छेड़छाड़ मामला: गृहमंत्री का बेतुका बयान, कहा पश्चिमी पहनावा है इन घटनाओं का जिम्मेदार

विराट ने उनलोगों पर भी सवालिया निशान उठाये जो इस तरह की घटना को देखते रहे। विराट ने कहा, 'ऐसे लोगों को पुरुष कहलाने का कोई अधिकार नहीं है, अगर आपके किसी परिवार के सदस्य के साथ ऐसा होता है तो क्या आप सिर्फ देखते रहते या फिर कुछ कदम उठाते'।

उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना के बाद लोग सवाल उठाते हैं कि लड़कियों ने छोटे कपड़े पहने थे इसलिए ऐसी घटना हुई। इसपर कोहली ने कहा, 'वो क्या पहनें और क्या न पहनें ये उनकी लाइफ है। यह महिलाएं ही खुद तय करेंगी। किसी को भी किसी के पहनावे पर कमेंट करने का अधिकार नहीं होना चाहिए और जो लोग इस घटना पर महिलाओं को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, यह और भी शर्मनाक है'।

यह भी पढे़ं- बेंगलुरू छेड़छाड़ मामले पर बोले अक्षय कुमार, 'खून खौल उठता है, शर्म आती है इंसान होने पर'

विराट कोहली के पहले टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी वीरेन्द्र सहवाग भी अपना छेड़छाड़ के लिए महिलाओं की ड्रेस को जिम्मेदार ठहराने वाले लोगों को लताड़ लगा चुके हैं। सहवाग ने ट्वीट कर कहा, 'इस घटना से मैं बेहद दुखी और आहत महसूस कर रहा हूं। किसी की ड्रेस का संकेत हां नहीं होता।'

सहवाग ने एक फोटो ट्वीट की जिसमें लिखा एक महिला आपको इस दुनिया में लेकर आती है। आपको महिला का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है।

न्यू इयर नाइट में बेंगलुरु के एमजी रोड और ब्रिगेड रोड इलाके में महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले सामने आए थे। जिस पर कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वरा ने इस घटना के लिए उल्टे महिलाओं और उनके कपड़ों को ही जिम्मेदार ठहरा दिया था।